बिहार के गया में इमामगंज सीट पर केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तान अवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने अपनी बहू दीपा मांझी को उम्मीदवार बनाया है. उन्होंने उन्हें पार्टी का सिंबल भी दे दिया है. इसकी तस्वीर भी सामने आई है. अगले महीने की 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव में एनडीए की तरफ से इमामगंज सीट जीतन राम मांझी के खाते में गई है. इस सीट पर उनके परिवार के तीन लोग चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन दीपा के नाम पर मुहर लगी.
बिहार की चार विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को उपचुनाव होने जा रहे हैं और इमामगंज की सीट मांझी के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी, जिस पर एचएएम ने दावा पेश किया था. एचएएम पार्टी के लिए इस सीट से उम्मीदवार चुनना किसी चुनौती से कम नहीं था.
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बेटी और बहू दोनों का चल रहा था नाम
इस सीट से जीतन राम मांझी की बेटी और बहू के नामों पर विचार किया गया था, लेकिन आखिरकार बिहार सरकार में मंत्री संतोष मांझी की पत्नी दीपा मांझी के नाम को अंतिम रूप दे दिया गया. सूत्रों के मुताबिक, कम से कम परिवार के तीन सदस्य इमामगंज सीट से चुनाव लड़ने के मूड में थे और इसे "परिवार की सीट" कहा जा रहा था.
इन संभावित उम्मीदवारों में उनके छोटे बेटे प्रवीण मांझी, दामाद देवेंद्र मांझी, और बहू दीपा संतोष मांझी शामिल थे. ये तीनों सदस्य अपने क्षेत्रों में राजनीतिक रूप से सक्रिय रहे हैं और पहले भी चुनाव लड़ चुके हैं.
गया में जिसा परिषद रह चुकी हैं दीपा
दीपा, नीतीश कुमार सरकार में मंत्री संतोष कुमार सुमन की पत्नी हैं, और वह इस सीट के लिए मजबूत दावेदार मानी गईं. वह गया जिले की जिला परिषद सदस्य रह चुकी हैं और सोशल मीडिया के माध्यम से राजनीति में भी सक्रिय हैं.
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इसी बीच, देवेंद्र ने पिछले विधानसभा चुनावों में जहानाबाद जिले की मखदूमपुर सीट से मुकाबला किया था, लेकिन उन्हें राजद उम्मीदवार से हार का सामना करना पड़ा था. प्रवीण ने भी स्थानीय नागरिक निकाय चुनाव लड़ा था.