चीन से टैरिफ वॉर पर अपनी टीम ही ट्रंप के विरोध में, मस्क ने मिलकर कहा- फिर से विचार करने की जरूरत

वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, मस्क ने चीन पर अमेरिकी टैरिफ की आलोचना की थी और निजी तौर पर ट्रंप को यह सलाह दी थी कि चीन पर लगे टैरिफ को हटा दिया जाए. लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ.

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एलॉन मस्क और डोनाल्ड ट्रंप एलॉन मस्क और डोनाल्ड ट्रंप

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 08 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 12:08 PM IST

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का रेसिप्रोकल टैरिफ इन दिनों चर्चा में है. अमेरिका ने चीन पर 34 फीसदी का टैरिफ लगाया है, जिसके जवाब में चीन ने भी अमेरिका पर टैरिफ लगाया है. इस बीच खबर है कि एलॉन मस्क ने चीन पर टैरिफ हटाने को लेकर निजी तौर पर ट्रंप से बात की थी.

वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, मस्क ने चीन पर अमेरिकी टैरिफ की आलोचना की थी और निजी तौर पर ट्रंप को यह सलाह दी थी कि चीन पर लगे टैरिफ को हटा दिया जाए. लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ.

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ट्रंप ने दो अप्रैल को चीन पर 34 फीसदी रेसिप्रोकल टैरिफ लगा दिया था. जिसके बाद चीन ने भी अमेरिका पर 34 फीसदी टैरिफ लगाया था. इस पर बौखलाए ट्रंप ने चीन को मंगलवार तक अमेरिका पर लगाए गए टैरिफ को हटाने की चेतावनी दी है. ऐसा नहीं होने पर चीन पर अतिरिक्त 50 फीसदी टैरिफ लगाने की धमकी दी गई है. 

टैरिफ को लेकर नैवरोन से भी भिड़े मस्क

टैरिफ का खाका तैयार करने में ट्रंप के ट्रेड सलाहकार पीटर नैवारो (Peter Navarro) की बड़ी भूमिका रही है. अब खबर है कि एलॉन मस्क और नैवारो के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. 

एक इंटरव्यू में ट्रंप के सहयोगी और उनके प्रशासन के वरिष्ठ सलाहकार पीटर नैवारो ने टैरिफ का समर्थन किया. नैवारो ने कहा कि बाजार में तेज गिरावट के बाद उछाल देखने को मिलेगा. ट्रंप के कार्यकाल में डॉव जोंस 50,000 के पायदान को छूने जा रहा है. 

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नैवारो का यह इंटरव्यू सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ, जिसके बाद मस्क ने सोशल मीडिया पोस्ट कर उन पर निशाना साधते हुए कहा कि हार्वर्ड से Econ में पीएचडी अच्छी चीज नहीं है, खराब है. बता दें कि नैवारो ने हार्वर्ड से पीएचडी की डिग्री हासिल की है.

इससे पहले भी मस्क ने अमेरिका और यूरोप के बीच में टैरिफ शून्य होने की उम्मीद जताई. उन्होंने कहा था कि मुझे उम्मीद है कि यूरोप और अमेरिका को एक साथ आगे बढ़ना चाहिए. मेरे विचार में जीरो टैरिफ की स्थिति ही बेहतर होगी जिससे यूरोप और उत्तरी अमेरिका के बीच फ्री ट्रेड हो सकेगा. मालूम हो कि ने ट्रंप ने यूरोपीय यूनियन पर 20 फीसदी का टैरिफ लगाया है.

बता दें कि व्हाइट हाउस के रोज गार्डन में मीडिया को संबोधित करते हुए ट्रंप ने दो अप्रैल को अमेरिका के लिए मुक्ति दिवस बताया. ट्रंप ने कहा कि अमेरिका को इस लिबरेशन डे की लंबे समय से जरूरत थी. अब से दो अप्रैल को अमेरिकी इंडस्ट्री के पुनर्जन्म के तौर पर याद किया जाएगा. इसी दिन को हम अमेरिका को फिर से संपन्न राष्ट्र बनाने के तौर पर याद रखेंगे. हम अमेरिका को फिर से संपन्न बनाएंगे. 

रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रपति ट्रंप के दो भरोसेमंद सहयोगियों DOGE के सर्वेसर्वा एलॉन मस्क और पीटर नैवारो के बीच अनबन की खबरे हैं. कहा जा रहा है कि टैरिफ को लेकर दोनों की सार्वजनिक तौर पर बहस भी हुई है.

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बता दें कि ट्रंप ने 2 अप्रैल को लगभग 180 देशों पर रियायती रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया. इससे अमेरिका के शेयर बाजार धड़ाम से गिरे. डॉव जोंस, एसएंडपी500 और नैस्डैक में बीते हफ्ते पांच फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखी गई. यह 2020 के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में सबसे बड़ी गिरावट रही.

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