अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की तारीफ की है. उन्होंने कहा है कि ये दोनों ही नेता बेहद मजबूत और समझदार हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि ये दोनों ही ऐसे नेता हैं जिनके साथ 'खेल' नहीं किया जा सकता.
ट्रंप ने यह बातें रविवार रात सीबीएस न्यूज के प्रोग्राम '60 मिनट्स' में कहीं. इंटरव्यू के दौरान जब उनसे पूछा गया कि पुतिन और शी जिनपिंग में से किससे डील करना ज्यादा मुश्किल है तो ट्रंप ने कहा कि दोनों ही नेताओं में से किसी से डील करना आसान नहीं है, दोनों ही बेहद मजबूत नेता हैं.
उन्होंने कहा, 'दोनों बेहद टफ हैं. दोनों बुद्धिमान हैं. वे बहुत मजबूत नेता हैं. ये ऐसे लोग हैं जिनसे खेल नहीं किया जा सकता. इन्हें बहुत गंभीरता से लेना चाहिए. ये लोग ऐसे नहीं हैं जो कहें- वाह, कितना सुंदर दिन है, सूरज चमक रहा है, कितना अच्छा मौसम है... नहीं, ये गंभीर, मजबूत और चतुर नेता हैं.'
यूक्रेन में जारी युद्ध पर पूछे गए सवाल के जवाब में ट्रंप ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया और कहा कि, 'मेरी सरकार में ऐसा युद्ध कभी नहीं होता. मुझे एक ऐसा देश चलाने को दिया गया जहां पुतिन सोचते हैं कि वो जीत रहे हैं. यह युद्ध मेरी सरकार में कभी नहीं होता. पुतिन ने खुद भी ऐसा कहा था. यह युद्ध इसलिए हुआ क्योंकि जो बाइडेन राष्ट्रपति थे.'
ट्रंप ने दावा किया कि उनके पहले कार्यकाल में ऐसा कोई तनाव नहीं हुआ. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, 'चार साल तक कुछ नहीं हुआ. किसी को लगा तक नहीं कि ऐसा कुछ हो सकता है.'
उन्होंने अपनी सैन्य नीतियों का जिक्र करते हुए कहा, 'मैंने अपने पहले कार्यकाल में हमारी सेना को मजबूत किया था. हम दुनिया के सबसे बेहतरीन हथियार बनाते हैं. बाइडेन के समय शुरू हुए युद्ध में उन हथियारों का इस्तेमाल किया गया.'
शी जिनपिंग के साथ अपने पुराने संबंधों पर बात करते हुए ट्रंप ने कहा, 'हमारे संबंध हमेशा अच्छे रहे हैं. वे एक मजबूत व्यक्ति हैं, बहुत प्रभावशाली नेता हैं.'
हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि कोविड-19 महामारी के कारण दोनों देशों के रिश्तों में तनाव आया, लेकिन यह भी कहा कि, 'हमारे संबंध अब भी जितने अच्छे हो सकते हैं, उतने हैं. दोनों देश एक-दूसरे का बराबर सम्मान करते हैं.' ट्रंप ने कहा कि यह रिश्ता इसलिए अहम है क्योंकि दोनों देश शक्तिशाली हैं.
इंटरव्यू के दौरान ट्रंप ने दुनिया के देशों पर टैरिफ लगाकर ट्रेड वॉर छेड़े जाने पर भी बात की. उन्होंने कहा कि उनका यह रुख रणनीतिक और अस्थायी था.
ट्रंप ने कहा, 'हां, थोड़ी तकलीफ हुई क्योंकि मैं चीन से बहुत सारा पैसा वसूल कर रहा था. हम चीन के खिलाफ अच्छा कर रहे थे. फिर उन्होंने पलटवार किया. उनकी ताकत रेयर अर्थ मेटल्स हैं, जिन्हें वे 25–30 सालों से जमा कर रहे हैं.'
पिछले हफ्ते ट्रंप ने चीनी वस्तुओं पर लगाए गए टैरिफ को 10 प्रतिशत घटाने की घोषणा की- यानी चीन पर लगा 57 प्रतिशत टैरिफ घटाकर 47 प्रतिशत कर दिया. उन्होंने इसे 'सद्भावना का संकेत' बताया और कहा कि यह फैसला दक्षिण कोरिया में शी जिनपिंग से हुई उनकी सकारात्मक बातचीत के बाद लिया गया है.
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