अमेरिका दौरे पर नेतन्याहू, व्हाइट हाउस से कतर PM को फोन कर दोहा हमले के लिए मांगी माफी

बेंजामिन नेतन्याहू इस साल जनवरी के बाद से चौथी अमेरिका के दौरे पर पहुंचे हैं. व्हाउट हाउस में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. दोनों नेआतों के बीच यह मुलाकात ऐसे समय में हो रही है, जब अमेरिका गाजा में शांति समझौते के लिए इजरायल पर दबाव बना रहा है.

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू व्हाइट हाउस में थम्प्स-अप का इशारा करते हुए. (Photo: Reuters) अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू व्हाइट हाउस में थम्प्स-अप का इशारा करते हुए. (Photo: Reuters)

aajtak.in

  • वाशिंगटन,
  • 29 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 12:00 AM IST

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को व्हाइट हाउस में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की गर्मजोशी से अगवानी की. जनवरी में ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद यह नेतन्याहू का चौथा अमेरिका दौरा है. लिमोजीन से व्हाइट हाउस पहुंचे बेंजामिन नेतन्याहू का राष्ट्रपति ट्रंप ने व्यक्तिगत रूप से स्वागत किया. दोनों नेताओं ने हाथ मिलाया. ट्रंप ने इजरायली पीएम को कहा, 'आप शानदार लग रहे हैं', जवाब में नेतन्याहू ने कहा, 'आप भी'. फिर दोनों नेताओं ने कैमरों की ओर मुड़कर थम्स अप का इशारा किया. 

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रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, बेंजामिन नेतन्याहू ने व्हाइट हाउस से कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल-थानी को फोन किया और उनसे दोहा पर हालिया इजरायली हमले के लिए माफी मांगी. इस महीने की शुरुआत में दोहा में हमास के सीनियर लीडर्स को निशाना बनाकर इजरायल ने हवाई हमले किए थे. इस हमले में हमास सीनियर लीडर खलील अल-हय्या के बेटे और उसके सहयोगी जिहाद लबाद समेत पांच लोग मारे गए थे.

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कतर पर इजरायल के हमले से नाराज थे ट्रंप

इस घटना ने अमेरिका-इजरायल संबंधों में तनाव बढ़ा दिया था. नेतन्याहू के एकतरफा कदमों पर ट्रंप ने निराश जताई थी. दोहा हमले के बाद, ट्रंप ने नेतन्याहू को फोन किया था, जिसमें दोनों नेताओं के बीच तीखी बातचीत हुई थी. ट्रंप ने इजरायली पीएम को फटकार लगाई थी और दोहा हमले को बुद्धिमानी भरा कदम नहीं बताया था. ट्रंप ने नेतन्याहू के इस फैसले पर अपनी निराशा व्यक्त की थी कि इस कार्रवाई से संवेदनशील क्षेत्रीय कूटनीति को अस्थिर करने का जिम्मेदार ठहराया था.

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नेतन्याहू ने अपने निर्णय का बचाव करते हुए कहा था कि उनके पास कार्रवाई करने के लिए बहुत कम समय था. गाजा युद्धविराम वार्ता में मिस्र के साथ कतर एक प्रमुख मध्यस्थ है. कतर  ने अपनी राजधानी में इजरायल के इस हमले की निंदा करते हुए इसे कायरतापूर्ण और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया था. कतर के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजिद अल-अंसारी ने कहा था कि हमलों में जानबूझकर दोहा में उन आवासीय भवनों को निशाना बनाया गया जहां हमास के पॉलिटिकल ब्यूरो के सदस्य रहते थे.

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बेंजामिन नेतन्याहू ने कतर को दी थी चेतावनी 

हमास ने दोहा हमले के लिए इजरायल और अमेरिका दोनों को जिम्मेदार ठहराया और वाशिंगटन पर इसके लिए संयुक्त रूप से जिम्मेदार होने का आरोप लगाया. बाद में नेतन्याहू ने कतर को चेतावनी दी कि वह हमास के सीनियर लीडर्स को अपने यहां पनाह ना दे और उन्हें देश से बाहर निकाले या न्याय के कठघरे में लाए. इजरायली पीएम ने कहा था, 'अगर आप ऐसा नहीं करेंगे, तो हम करेंगे.' कतर ने नेतन्याहू की इन टिप्पणियों को 'गैरजिम्मेदाराना' बताया था.

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