अतीक अहमद-अशरफ हत्याकांड में बड़ी कार्रवाई, शाहगंज थाना प्रभारी समेत 5 पुलिसकर्मी सस्पेंड

अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड के चार दिन बाद पुलिस विभाग ने बड़ी कार्रवाई कर दी. उसने इस मामले में लापरवाही बरतने पर पांच पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया गया है. जिन पर यह कार्रवाई की गई है, उनमें थाने प्रभारी, दो सब इंस्पेटर और दो कॉन्स्टेबल शामिल हैं. शाहगंज पुलिस स्टेशन हत्याकांड की जगह से तकरीबन 100-150 मीटर की दूरी पर है.

Advertisement
अतीक और अशरफ की 15 अप्रैल को कर दी गई थी हत्या (फाइल फोटो) अतीक और अशरफ की 15 अप्रैल को कर दी गई थी हत्या (फाइल फोटो)

अरविंद ओझा

  • नई दिल्ली,
  • 19 अप्रैल 2023,
  • अपडेटेड 2:24 PM IST

अतीक अहमद और अशरफ की 15 अप्रैल को पुलिस कस्टडी में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में चार दिन बाद विभाग ने बड़ी कार्रवाई कर दी. इस मामले में लापरवाही बरतने पर शाहगंज थाने के पांच पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया गया है. जिन पर यह कार्रवाई की गई है, उनमें शाहगंज एसओ अश्वनी कुमार सिंह के अलावा दो सब इंस्पेटर और दो कॉन्स्टेबल शामिल हैं. जानकारी के मुताबिक  शाहगंज पुलिस स्टेशन हत्याकांड की जगह से तकरीबन 100-150 मीटर की दूरी पर है. इस हत्याकांड को लेकर एसआईटी ने मंगलवार दोपहर में एसओ समेत सभी पुलिसकर्मियों से पूछताछ की थी. इसके बाद एसआईटी की रिपोर्ट के आधार पर सभी के खिलाफ यह कार्रवाई की गई है.

Advertisement


रिपोर्टर बनकर आए थे हमलावर

माफिया अतीक अहमद और अशरफ को पुलिस प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल में मेडिकल के लिए लेकर जा रही थी, तभी मीडिया पर्सन बनकर आए तीन हमलावरों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी. हत्या करने के बाद बदमाशों ने जय श्रीराम के नारे लगाने के बाद तुरंत सरेंडर कर दिया था. तीनों हत्यारों को बुधवार यानी 19 अप्रैल को प्रयागराज कोर्ट में पेश किया गया था. कोर्ट ने तीनों को चार दिन के लिए पुलिस रिमांड में भेज दिया है. हमलावर एक पल्सर बाइक से मौके पर पहुंचे थे. पुलिस को वारदात की जगह से तीन बंदूकें और कई कारतूस भी बरामद हुई थीं. हमलावरों के पास डमी कैमरा और मीडिया की माइक आईडी थी, जिसकी वजह से उसी को उनपर शक नहीं हो पाया था. जिस समय दोनों की हत्या हुई, वे पुलिस की कस्टडी में थे.

Advertisement

'बड़ा माफिया बनने के लिए हत्या कर दी'

अतीक और अशरफ को गोली मारने वाला शूटर लवलेश तिवारी बांदा का रहने वाला है, जबकि अरुण मौर्य कासगंज का निवासी है. वहीं तीसरा आरोपी सनी हमीरपुर का रहने वाला है. पुलिस ने जब आरोपियों से पूछताछ की भ तो उन्होंने जुर्म कबूल करते हुए कहा था, 'कब तक छोटे-मोटे शूटर रहेंगे, बड़ा माफिया बनना है, इसलिए हत्याकांड को अंजाम दिया.' इस मामले में धीरे-धीरे परतें खुल रही हैं. पुलिस पूछताछ में जुटी हुई है. 



 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement