बीते दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ था जिसमें एक शख्स दावा कर रहा था कि अमूल कंपनी मिलावटी दूध बेचती है और उसके उत्पाद अमूल गोल्ड दूध में प्लास्टिक मिला होता है. व्यक्ति के इस दावे के बाद गुजरात के आणंद की अमूल ब्रांड के दुग्ध उत्पादकों के संगठन ने दावा करने वाले शख्स के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.
अमूल गोल्ड दूध के खिलाफ सोशल मीडिया पर कथित रूप से झूठे आरोप लगाने पर एक व्यक्ति के खिलाफ कंपनी की तरफ से शिकायत की गई है. अमूल ब्रांड के दुग्ध उत्पादों के मालिक आणंद स्थित गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (जीसीएमएमएफ) ने शनिवार को प्रयागराज में यह मामला दर्ज कराया.
बता दें कि प्रयागराज निवासी आशुतोष शुक्ला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर यह दावा करते हुए एक वीडियो पोस्ट किया था कि अमूल के दूध से दही इसलिए बन जाती है, क्योंकि इसमें प्लास्टिक होता है और यह जहरीला हो सकता है.
दर्ज शिकायत के अनुसार, जीसीएमएमएफ के अधिकारियों ने जब आरोपी से वीडियो हटाने और झूठी जानकारी फैलाना बंद करने का आग्रह किया तो उसने 10 लाख रुपये की मांग की. शुक्ला के खिलाफ आईपीसी की धारा 386 (वसूली), धारा 499 (मानहानि) के साथ-साथ सूचना प्रौद्योगिकी कानून के तहत मामला दर्ज किया गया.
जीसीएमएमएफ के प्रबंध निदेशक आर.एस. सोढ़ी ने कहा कि अमूल यह संदेश देना चाहता है कि उसके उत्पादों के संबंध में सोशल मीडिया पर किसी ने उसके उपभोक्ताओं को गुमराह करने की कोशिश की तो उसे बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि दूध का दही बनना सामान्य प्रक्रिया है.