जुलाई के महीने में सिर्फ 5 हजार में घूम आएं ये पांच हिल स्टेशन

बारिश के मौसम में अगर आप हिल स्टेशन पर घूमने का प्लान बना रहे हैं तो आपके बजट में दिल्ली के आसपास कई ऐसी लोकेशन हैं, जहां आपका वक्त भी कम लगेगा और जेब पर भी ज्यादा असर नहीं पड़ेगा.

Advertisement
बारिश के मौसम में कहां जाएं? बारिश के मौसम में कहां जाएं?

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 26 जून 2025,
  • अपडेटेड 3:55 PM IST

जुलाई का महीना मॉनसून का महीना होता है, रिमझिम बारिश की फुहारों के बीच घूमने का मजा ही अलग होता है. इस खूबसूरत मौसम में अगर आप कहीं घूमने जाना चाहते हैं और डेस्टिनेशन को लेकर कन्फ्यूजन है और आपका बजट भी कम है, तो हम आपको बताते हैं ऐसे टूरिस्ट प्लेस जहां आप 5 हजार के बजट में भी घूम सकते हैं. 

Advertisement

बारिश के मौसम में बढ़ जाती है कौसानी की खूबसूरती

पहाड़ों के बीच बसा ये छोटा सा हिल स्टेशन घूमने के लिए बेस्ट डेस्टिनेशन है. अल्मोड़ा से करीब 50 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद कौसानी में घूमने के लिए कई टूरिस्ट प्लेस हैं- रुद्रधारी झरना ( Rudrahari Falls and Caves) ये हरे-भरे धान के खेतों के बीच बसा है. झरने के पास ही कई गुफाएं भी हैं. जहां आपको घूमने का अलग अनुभव मिलेगा. पिनाथ मंदिर ( Pinnath Temple) कौसानी का मशहूर मंदिर है, जो समुद्र तट से करीब 2750 मीटर की ऊंचाई पर बसा है. ये मंदिर भगवान भैरव को समर्पित है. लोग यहां ट्रैकिंग के लिए भी जाते हैं.    

कैसे जाएं कौसानी?

अगर आप ट्रेन से कौसानी जाना चाहते हैं तो यहां से 132 किलोमीटर दूर काठगोदाम रेलवे स्टेशन हैं, जहां से आपको 150 से 200 रुपये में बस मिल जाएगी जो आपके सीधे कौसानी तक ले जाएगी, वहीं अगर आप शेयरिंग टैक्सी करना चाहते हैं तो आपको 250 से 300 रुपये किराया देना होगा. यहां ठहरने के लिए आपको 500 से एक हजार रुपये तक के बजट होटल मिल जाएंगे.   

Advertisement


राजस्थान का माउंट आबू 

अरावली की पहाड़ियों के बीच बसे माउंट आबू में जाने के लिए जुलाई का महीना बेस्ट होता है. माउंट आबू में ट्रैकिंग और रॉक क्लाइबिंग का मजा ले सकते हैं. यहां का दिलवाड़ा जैन मंदिर लोगों की पसंदीदा जगह है. इस मंदिर का निर्माण 12वीं शताब्दी में हुआ था. संगमरमर से बना ये मंदिर बेहद खूबसूरत है. वहीं माउंट आबू का Nakki lake भी टूरिस्टों के आकर्षण का बड़ा केंद्र हैं. जिसे भारत का पहला आर्टिफिशियल लेक कहा जाता है. यहां आप बोटिंग का मजा ले सकते हैं. अगर आप माउंट आबू आए हैं तो गुरु शिखर तो एक बार जाना बनता ही है. गुरु शिखर अरावली रेंज की सबसे ऊंची चोटी मानी जाती है. यहां से आपको पूरे शहर का नजारा दिख जाएगा. 

 

कैसे जाएं माउंट आबू? 

अगर आप ट्रेन से जाना चाहते हैं तो माउंट आबू का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है आबूरोड. यहां से आपको 30 किलोमीटर दूर माउंट आबू जाने के लिए ट्रैवलर और राजस्थान की लोकल बसें मिल जाएंगी जिसका किराया 50 रुपये के करीब है. यहां पर आपको हर बजट के होटल मिल जाएंगे. नॉर्मल होटल के रेट एक हजार रुपये हैं वहीं अगर आप लग्जरी होटल में रुकना चाहते हैं तो उसके लिए ज्यादा पैसे देने होंगे. अगर आप वीकेंड की जगह सोमवार से शुक्रवार के बीच जाते हैं तो आपको होटल थोड़े सस्ते मिल जाएंगे. लोकल घूमने के लिए आपको स्कूटी या बाइक किराए पर मिल जाएगी, जिसके लिए आपको तीन से 400 रुपये देने होंगे.      

Advertisement

यह भी पढ़ें: 6 हजार में केदारनाथ धाम में दर्शन, जानिए यात्रा का पूरा बजट प्लान

पहाड़ों के बीच बसा लैंसडाउन 


गढ़वाल जिले में स्थित लैंसडाउन कम बजट में घूमने का बेहतरीन ऑप्शन है. लैंसडाउन में भुल्ला ताल (Bhulla Taal), टिप एन टॉप, सेंट मैरी चर्च घूमने की खूबसूरत जगह है. दिल्ली से करीब 250 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद ये हिल स्टेशन जुलाई के महीने में और भी खूबसूरत हो जाता है. 

कैसे जाएं लैंसडाउन?


अगर आप ट्रेन से लैंसडाउन जाना चाहते हैं तो यहां का निकतम रेलवे स्टेशन कोटद्वार है, जो 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यहां से आपको लैंसडाउन तक जाने के लिए कम रेट में टैक्सी मिल जाएगी. ठहरने के लिए आपको होटल और होम स्टे की सुविधा मिल जाएगी. जिसकी कीमत एक हजार से शुरू होती है. 

यह भी पढ़ें: IRCTC के साथ मध्यप्रदेश की सैर, 6 दिन का हवाई टूर, 3 स्टार होटल में रहने की सुविधा


शहर के भीड़ भाड़ से दूर डलहौजी 

अपने शांत वातारण और खूबसूरत वादियों के लिए मशहूर डलहौजी हिमाचल के चंबा में स्थित है. भीड़ भाड़ से दूर यह जगह कपल की पहली पसंद है.यहां गांधी चौक के पास चर्च में घूम सकते हैं, यहां एक मार्केट भी है, जहां आप शॉपिंग का मजा ले सकते हैं. गांधी चौक से एक किलोमीटर की दूरी पर है सुभाष चौक, जहां से आप शहर का नजारा देख सकते हैं. वहीं डलहौजी से 20 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद खज्जियार भी घूमने के लिए अच्छा लोकेशन है. जहां जाने के लिए आप स्कूटी या बाइक रेंट पर ले सकते हैं जिसका किराया- 700 से 800 रुपये प्रति दिन का पड़ेगा.  

Advertisement


कैसे जाएं डलहौजी?

बस और ट्रेन से दोनों से ही आप डलहौजी पहुंच सकते हैं. डलहौजी के लिए कई बड़े शहरों से बस सुविधा है, जिसका किराया 800 रुपये से शुरू होता है. अगर आप ट्रेन से सफर करना चाहते हैं तो नजदीकी रेलवे स्टेशन पठानकोट है, जहां से आप बस या शेयरिंग टैक्सी लेकर डलहौजी जा सकते हैं. जिसका किराया 300 रुपये तक है. यहां से बस की भी सुविधा है हालांकि बस सर्विस यहां बहुत ज्यादा नहीं है. डलहौजी में ठहरने के लिए गांधी चौक और सुभाष चौक के आसपास बजट होटल और रिजॉर्ट मिल जाएंगे, जिसकी कीमत 800 रुपये से शुरू होती है.  

हिमालय की गोद में बसा खज्जियार

हिमाचल में स्थित खज्जियार लोगों को धरती पर स्वर्ग का एहसास कराता है. हरे- भरे पेड़ों के बीच बसा ये इलाका अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए मशहूर है. यहां की खूबसूरत वादियों में आप घुड़सवारी का आनंद ले सकते हैं. वहीं यहां पैराग्लाइडिंग करने के 
लिए भी लोग आते हैं.

 

कैसे पहुंचे खज्जियार?

अगर आप ट्रेन से खज्जियार जाना चाहते हैं तो यहां का करीबी रेलवे स्टेशन पठानकोट है. पठानकोट से आप यहां के लिए बस या शेयरिंग टैक्सी ले सकते हैं. खज्जियार हिमाचल प्रदेश के सभी शहरों से सड़क मार्ग से जुड़ा है. राज्य सरकार की बसे यहां के लिए चलती हैं. खज्जियार में कई बजट होटल और रिजॉर्ट मौजूद हैं जो एक हजार रुपये के रेट पर मिल जाएंगे. 

Advertisement

यह भी पढ़ें: Jagannath Rath yatra 2025: पुरी जाने का टूर प्लान, दर्शन से लेकर ठहरने तक की पूरी जानकारी

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement