India Vs West Indies ODI Series: भारतीय टीम ने इस साल अपने ही घर में होने वाले आईसीसी वर्ल्ड कप 2023 का आगाज वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज से किया है. भारतीय टीम जब रोहित शर्मा की कप्तानी वेस्टइंडीज दौरे पर पहुंची थी, तब दिग्गजों ने भविष्यवाणी कर दी थी कि टीम इंडिया यह तीन मैचों की वनडे सीरीज आसानी से क्लीन स्वीप से जीत लेगी.
इसका कारण था कि वेस्टइंडीज हाल ही में वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई नहीं कर सकी थी और इसी कारण उसे बेहद कमजोर आंका जा रहा था. मगर ऐसा हुआ नहीं. वेस्टइंडीज ने दूसरे वनडे मैच में ही भारतीय टीम को आईना दिखा दिया था. इसके बाद क्लीन स्वीप तो दूर की बात है. भारतीय टीम पर सीरीज हार का खतरा मंडराने लगा था.
इस तरह कमजोर वेस्टइंडीज को हराने में आया पसीना
मगर तीसरे वनडे में 200 रनों से जीत दर्ज कर भारतीय टीम ने सीरीज पर 2-1 से कब्जा जमा लिया. बता दें कि पहले वनडे में भविष्यवाणी के मुताबिक भारतीय टीम ने विंडीज टीम को बुरी तरह धो डाला था. पहले वेस्टइंडीज को 114 रनों पर ढेर किया. इसके बाद 22.5 ओवर में ही 5 विकेट गंवाकर मैच जीत लिया.
इसके बाद दूसरे वनडे मैच से कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली को आराम दिया गया. तब ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या ने कमाल संभाली. इसके बाद दूसरे वनडे में वेस्टइंडीज ने वापसी की और भारतीय टीम को 181 रनों पर ही ढेर कर दिया. इसके बाद 36.4 ओवर में 4 विकेट गंवाकर मैच भी जीत लिया और सीरीज 1-1 से बराबर की.
वर्ल्ड कप से पहले सिर्फ इतने मैच और खेलना है टीम को
यहां से टीम इंडिया ने कुछ सबक लिए और तीसरे वनडे में फिर तैयारी से उतरे. मगर एक बार फिर रोहित और कोहली को आराम दिया गया. यानी पंड्या की कप्तानी में दो बदलावों के साथ भारतीय टीम उतरी. यहां टीम की तरफ से 4 फिफ्टी लगीं. हार्दिक पंड्या, संजू सैमसन, शुभमन गिल और ईशान किशन ने ताबड़तोड़ फिफ्टी जमाईं.
फिर शार्दुल ठाकुर ने 4, मुकेश कुमार ने 3 और कुलदीप यादव ने 2 विकेट लेकर वेस्टइंडीज को ढेर किया. यह मैच भारतीय टीम ने 200 रनों से जीतकर सीरीज पर 2-1 से कब्जा जमाया. मगर इस पूरी सीरीज में भारतीय टीम को काफी बड़े सबक मिले हैं. 5 ऐसे पॉइंट रहे हैं, जिन पर भारतीय टीम को अब भी मजबूत तैयारी करने की जरूरत है. जबकि टीम को अब वर्ल्ड कप से पहले करीब 9 वनडे मैच ही खेलने हैं. इसमें एशिया कप में 6 (सुपर-4 और फाइनल खेलने पर) और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 वनडे मैच शामिल हैं.
ओपनिंग में अच्छी शुरुआत की जरूरत
इस सीरीज में शुभमन गिल और ईशान किशन ने ओपनिंग में मोर्चा संभाला था. पहले मैच में गिल के रूप में टीम ने 18 रन पर ही पहला विकेट गंवा दिया था. जबकि दूसरे और तीसरे वनडे में दोनों ने दमदार शुरुआत दी थी. मगर देखना होगा कि एशिया कप और वर्ल्ड कप में जब रोहित शर्मा वापस आएंगे तो किस तरह का कॉम्बिनेशन बनता है. यदि रोहित सीरीज के तीनों मैच में ओपनिंग करते, तो तस्वीर काफी हद तक साफ हो सकती थी. मगर अब भी टीम को ओपनिंग के लिए खासी तैयारी करनी होगी.
मिडिल ऑर्डर का तुरंत बिखर जाना
इस वनडे सीरीज के शुरुआती दोनों मैचों में भारतीय टीम का मिडिल ऑर्डर ही सबसे कमजोर नजर आया है. सूर्यकुमार यादव, हार्दिक पंड्या, रवींद्र जडेजा, संजू सैमसन और अक्षर पटेल को आजमाया, लेकिन शुरुआती 2 मैचों में ये फ्लॉप नजर आए. मगर तीसरे वनडे में सभी ने दमदार वापसी की. हार्दिक पंड्या, संजू सैमसन, शुभमन गिल और ईशान किशन ने ताबड़तोड़ फिफ्टी जमाईं और टीम का स्कोर 351 तक पहुंचाया था. ऐसे में अब भी भारतीय टीम को मजबूत और विश्वसनीय मिडिल ऑर्डर तैयार करने के लिए काफी काम करना होगा.
नंबर-4 की समस्या अब भी नहीं सुलझी
भारतीय टीम के लिए मिडिल ऑर्डर में नंबर-4 पर कौन आए और टीम को मजबूती देगा? इस सवाल का जवाब इस सीरीज के बाद भी पक्के तौर पर नहीं मिला है. इस नंबर पर पहले वनडे में हार्दिक ने 5 रन बनाए, तो दूसरे वनडे में अक्षर पटेल 1 ही रन बना सके थे. मगर तीसरे वनडे में इस नंबर पर संजू सैमसन ने 41 गेंदों पर 51 रनों की आतिशी पारी खेली थी. अब देखना होगा कि संजू को इस नंबर पर मौका मिलता है या फिर चोट से वापस लौटने वाले केएल राहुल या श्रेयस अय्यर पर भरोसा जताया जाएगा.
तेज गेंदबाजी आक्रमण में कौन संभालेगा मोर्चा?
इस सीरीज में स्पेशलिस्ट तेज गेंदबाजी के तौर पर शार्दुल ठाकुर, मुकेश कुमार, जयदेव उनादकट और उमरान मलिक को आजमाया गया. इनमें शार्दुल ठाकुर ने सबसे ज्यादा 8 विकेट लिए, जबकि जबकि मुकेश कुमार 4 ही विकेट ले सके हैं. उनादकट ने 1 मैच में एक विकेट लिया. जबकि उमरान 2 मैच में खाली हाथ रहे.
जबकि एशिया कप और वर्ल्ड कप में जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी के साथ मोहम्मद सिराज भी वापसी कर सकते हैं. यदि ऐसा होता है, तो देखा होगा कि इनमें से कौन से पेसर उनका साथ देते दिखाई देंगे. इनमें शार्दुल की जगह पक्की नजर आती दिख रही है. मगर पेस बैटरी उमरान पर काफी काम करने की जरूरत है.
स्पिन डिपार्टमेंट में जडेजा का पार्टनर कौन होगा?
भारतीय टीम एशिया कप के अपने सभी मैच श्रीलंका में खेलेगी. जबकि वनडे वर्ल्ड कप अपने ही घर में खेलना होगा. ऐसे में दोनों ही टूर्नामेंट में स्पिनर्स की भूमिका काफी अहम होने वाली है. इसमें स्टार ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा की जगह तो पक्की नजर आ रही है. मगर उनका साथ कुलदीप यादव देते दिखाई दे सकते हैं. उन्होंने इस वनडे सीरीज में 7 विकेट लेकर यह साबित भी किया है. जबकि बैकअप के तौर पर युजवेंद्र चहल और अक्षर पटेल हो सकते हैं. मगर अब भी टीम मैनेजमेंट को अक्षर पटेल पर काफी काम करने की जरूरत दिखती नजर आ रही है.
श्रीबाबू गुप्ता