शुभमन गिल की अगुवाई में भारतीय टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर खेले गए टेस्ट मैच को ड्रॉ करा लिया. भारतीय टीम के लिए ये ड्रॉ किसी जीत से कम नहीं रही. एक समय मुकाबले में भारतीय टीम काफी पिछड़ चुकी थी क्योंकि पहली पारी के आधार पर इंग्लैंड ने 311 रनों की बड़ी लीड ले ली थी और पांच सेशन का खेल बाकी था. ऐसे में भारतीय टीम पर हार का खतरा मंडराने लगा था.
जब भारतीय टीम ने 0 के स्कोर पर ही यशस्वी जायसवाल का विकेट गंवा दिया, तो स्थिति और विकट हो गई थी. यहां से मैच बचाना मुश्किल दिखाई देने लगा था. लेकिन भारतीय बल्लेबाजों के इरादे कुछ और थे. सुदर्शन के आउट होने के बाद शुभमन गिल क्रीज पर उतरे और उन्होंने केएल राहुल के साथ मिलकर यादगार साझेदारी की. शुरुआत में शुभमन ने वनडे स्टाइल में बैटिंग की. लेकिन 50 रनों के करीब पहुंचने के बाद उन्होंने रक्षात्मक होकर बैटिंग करने में भलाई समझी क्योंकि तब तक गेंद भी पुरानी हो चुकी थी. वहीं केएल राहुल ने अपने अंदाज में बल्लेबाजी की और खराब गेंदों पर ही शॉट्स लगाए. राहुल और शुभमन ने चौथे दिन के खेल के दौरान दूसरे और तीसरे सेशन में इंग्लैंड को विकेट के लिए तरसाए रखा. चौथे दिन स्टम्प तक भारत का स्कोर दो विकेट के नुकसान पर 174 रन हो चुका था.
यह भी पढ़ें: 311 रन पीछे, 0 पर 2 विकेट, फिर भी नहीं मानी हार, सुंदर-जडेजा ने इंग्लैंड को किया बेदम, ड्रॉ हुआ टेस्ट
अब मैच के पांचवें दिन पहले सेशन का खेल काफी निर्णायक था, जहां भारतीय टीम को विकेट नहीं खोने थे. हालांकि उस सेशन में दोनों सेट बल्लेबाज आउट हो गए. केएल राहुल को बेन स्टोक्स ने अंदर की ओर आती गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट किया. वहीं शुभमन गिल शतक जड़ने के बाद एकाग्रता खो बैठे और जोफ्रा आर्चर की गेंद पर विकेटकीपर जेमी स्मिथ के हाथों लपके गए. राहुल ने 39.13 के स्ट्राइक-रेट से 90 और शुभमन ने 43.298 के स्ट्राइक रेट से 103 रन बनाए. शुभमन और राहुल के बीच तीसरे विकेट के लिए 188 रनों की पार्टनरशिप हुई.
जो रूट से हुई बड़ी गलती और...
शुभमन गिल जब आउट हुए तो भारत का स्कोर चार विकेट पर 222 रन था और दो से ज्यादा सेशन का खेल बाकी था. यानी भारतीय टीम अब भी बैकफुट पर थी. नए बल्लेबाज रवींद्र जडेजा तो पहली ही गेंद पर आउट हो जाते, अगर जो रूट ने उनका कैच नहीं छोड़ा होता. ये जीवनदान इंग्लिश टीम को भारी पड़ा. जडेजा ने वॉशिंगटन सुंदर के साथ क्रीज पर खूंटा गाड़ लिया, जो केएल राहुल के आउट होने के बाद बैटिंग करने आए थे. सुंदर को ऊपर भेजने का मूव काम कर गया.
चूंकि गेंद तब नई थी, ऐसे में रवींद्र जडेजा को शुरुआत में तेजी से रन बनाने में परेशानी नहीं हुई, इसके चलते प्रेशर इंग्लैंड पर पूरी तरह शिफ्ट हो गया. दूसरी तरफ वॉशिंगटन सुंदर ने भी सेट होने के बाद कुछ बेहतरीन शॉट्स खेले. जडेजा और सुंदर की पार्टनरशिप को तोड़ने के लिए इंग्लिश टीम ने एक से बढ़कर एक ट्रिक आजमाए, लेकिन ये दोनों भारतीय बल्लेबाज ठान कर आए थे कि विकेट उन्हें गिफ्ट नहीं करना है.
पांचवें दिन के खेल में दूसरा सेशन पूरी तरह भारत के नाम रहा, जहां कोई विकेट नहीं गिरा. तब तक भारतीय टीम बढ़त भी बना चुकी थी. आखिरी सेशन तो अब औपचारिकता मात्र रह गया था, जहां दोनों बल्लेबाजों ने अपने-अपने शतक पूरे किए. वॉशिंगटन सुंदर और रवींद्र जडेजा के बीच पांचवें विकेट के लिए 203 रनों की पार्टनरशिप हुई. रवींद्र जडेजा 107 और वॉशिंगटन सुंदर 101 रन पर नाबाद पवेलियन लौटे.
भारतीय चौकड़ी ने इंग्लैंड के उड़ाए होश!
केएल राहुल, शुभमन गिल, रवींद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर की ये बल्लेबाजी फैन्स काफी समय तक नहीं भूलेंगे. भारत की यो चौकड़ी इंग्लैंड पर भारी पड़ी और मेजबान टीम ने जीत का सुनहरा मौका गंवा दिया. अब सीरीज का पांचवां टेस्ट मैच 31 जुलाई से लंदन के ओवल मैदान पर खेला जाना है. अब भारतीय टीम टेस्ट सीरीज नहीं जीत सकती है, लेकिन उसके पास इस सीरीज को बराबरी कराने का मौका जरूर है,
aajtak.in