राहुल गांधी ने सावरकर मानहानि केस में नया एंगल ढूंढ लिया है. कांग्रेस नेता की तरफ से पुणे के स्पेशल MP/MLA कोर्ट में एक एप्लिकेशन देकर शिकायतकर्ता पर महत्वपूर्ण तथ्य छुपाने का आरोप लगाया गया है. राहुल गांधी का दावा है कि उनके खिलाफ केस दर्ज कराने वाले सात्यकी सावरकर, असल में, नाथूराम गोडसे परिवार से भी ताल्लुक रखते हैं.
स्पेशल कोर्ट में दाखिल आवेदन के मुताबिक, सात्यकी सावरकर ने जो वंशावली पेश की है, वो सिर्फ एक पक्ष की है. अपनी शिकायत के साथ सात्यकी सावरकर ने केवल पैतृक पक्ष का वंश-वृक्ष पेश किया है, लेकिन मातृ पक्ष का वंश-वृक्ष नहीं बताया है. दावा है, ऐसा किये जाने से ये तथ्य कि सात्यकी, गोपाल गोडसे की बेटी के बेटे हैं, रिकॉर्ड पर नहीं आया है.
राहुल गांधी की तरफ से कोर्ट में दावा कर ये समझाने की कोशिश की गई है कि सात्यकी सावरकर ने अदालत को ये तो बताया है कि वो विनायक दामोदर सावरकर के परिवार से हैं, लेकिन ये जानकारी छुपा ली है कि उनका मातृ पक्ष महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के परिवार से भी सीधे सीधे जुड़ा हुआ है.
क्या है राहुल गांधी के खिलाफ सावरकर मानहानि केस?
राहुल गांधी के खिलाफ आपराधिक मानहानि की शिकायत उनके मार्च, 2023 में लंदन में दिये गये बयान को लेकर दर्ज कराई गई है. और वैसे ही नवंबर, 2022 की एक प्रेस कांफ्रेंस में राहुल गांधी के बयान के खिलाफ भी है जिसमें कांग्रेस नेता ने अपने शब्दों के माध्यम से जानबूझकर सावरकर की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया, और समाज में उनकी छवि को बदनाम करने की कोशिश की.
रिपोर्ट के अनुसार, लंदन में राहुल गांधी ने एक किस्सा ये कहते हुए सुनाया था कि विनायक सावरकर ने वो बातें अपनी किताब में लिखी है. राहुल गांधी ने अपनी तरफ से समझाया था कि सावरकर के कुछ दोस्तों ने एक मुस्लिम शख्स की पिटाई की थी, और उनको खुशी महसूस हुई थी.
राहुल गांधी का कहना था, 'देखिये... अगर पांच लोग एक व्यक्ति को पीटते हैं, और उससे किसी एक को खुशी होती है तो... कायरता ही है... अगर लड़ना ही है तो एक व्यक्ति से जाकर अकेले लड़ना चाहिये... मगर नहीं पांच-दस लोग...'
सात्यकी सावरकर की तरफ से अदालत मे दाखिल शिकायत में कहा गया है, राहुल गांधी बरसों से अलग-अलग मौकों पर वीर सावरकर को बदनाम और अपमानित करते रहे हैं... 5 मार्च, 2023 को ब्रिटेन में ओवरसीज कांग्रेस के एक कार्यक्रम में राहुल गांधी ने जानबूझकर सावरकर के खिलाफ झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाये, जिससे उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची.
राहुल गांधी का दावा सत्यकी गोडसे परिवार से ताल्लुक रखते हैं
सात्यकी सावरकर, विनायक दामोदर सावरकर के भाई के पोते हैं, लेकिन अब राहुल गांधी की तरफ से दावा किया गया है कि वो नाथूराम गोडसे के परिवार से भी संबंधित हैं. अपने वकील मिलिंद पवार के माध्यम से दाखिल आवेदन में राहुल गांधी ने दलील दी है कि सात्यकी ने ये तो बताया है कि वो विनायक सावरकर के भतीजे अशोक सावरकर के बेटे हैं, और ये तथ्य शिकायतकर्ता की तरफ से रिकॉर्ड पर लाया गया है. लेकिन, सात्यकी ने ये तथ्य छिपा लिया है कि उनकी मां गोपाल गोडसे की बेटी थीं. गोपाल गोडसे और नाथूराम गोडसे भाई हैं. मतलब, हिमानी सावरकर यानी सात्यकी की मां नाथूराम गोडसे की भतीजी हुईं.
और इस प्रकार शिकायतकर्ता पर सीधा आरोप है कि उसने सिर्फ पैतृक पक्ष की जानकारी दी, और मातृ पक्ष से जुड़े तथ्य अदालत से छुपा लिये. और ये तथ्य रिकॉर्ड पर नहीं आ सका. राहुल गांधी की तरफ से दायर आवेदन में कहा गया है, अदालत से किसी महत्वपूर्ण तथ्य को छिपाना एक गंभीर मुद्दा है, जिसे अदालत के साथ धोखाधड़ी माना जाता है, जिसकी वजह से मामले को खारिज किया जा सकता है.
अगर विशेष अदालत में ये साबित हो जाता है कि आपराधिक मानहानि की शिकायत दर्ज कराने वाले सात्यकी सावरकर ने कोर्ट से तथ्य छुपाया है, तो केस कमजोर पड़ सकता है - और राहुल गांधी संदेह का लाभ देकर बरी भी किया जा सकता है, लेकिन अगर ऐसा नहीं हो पाया तो ये दांव उल्टा भी पड़ सकता है.
मृगांक शेखर