'जंगलराज' क्या है? मोकामा में अनंत सिंह-ललन सिंह का भौकाल या दानापुर में लालू का रोड शो

मोकामा में जेडीयू नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह के आपत्तिजनक भाषण के लिए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है. वो जेल में बंद अनंत सिंह के लिए प्रचार कर रहे हैं, जबकि लालू यादव ने दानापुर में बाहुबली रीतलाल यादव के लिए रोड शो किया है - सवाल है कि बिहार में ‘जंगलराज’ का पैमाना क्या है?

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ललन सिंह मोकामा में जो कर रहे हैं, उसमें और लालू यादव के रोड शो में क्या अंतर है? (Photo: PTI/ITG) ललन सिंह मोकामा में जो कर रहे हैं, उसमें और लालू यादव के रोड शो में क्या अंतर है? (Photo: PTI/ITG)

मृगांक शेखर

  • नई दिल्ली,
  • 04 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 5:18 PM IST

मोकामा में केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह के भाषण का वीडियो वायरल होने के बाद उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई है. दुलारचंद यादव मर्डर केस में अनंत सिंह को जेल भेजे जाने के बाद ललन सिंह ने मोकामा में मोर्चा संभाल लिया है. पूरे मोकामा में घूम घूमकर वो अनंत सिंह के लिए वोट मांग रहे हैं. 

कैंपेन के दौरान जब अनंत सिंह का नाम लेकर सवाल पूछा जाता है, तो ललन सिंह पटना में लालू यादव के रोड शो का हवाला देने लगते हैं. लालू यादव ने दानापुर विधानसभा से चुनाव लड़ रहे बाहुबली रीतलाल यादव के समर्थन में रोड शो किया है. 

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जैसे ललन सिंह के लोकसभा क्षेत्र मुंगेर के तहत आने वाले मोकामा विधानसभा सीट से अनंत सिंह जेडीयू के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं, वैसे ही रीतलाल यादव दानापुर से आरजेडी के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं. दानापुर, असल में, मीसा भारती के संसदीय क्षेत्र पाटलिपुत्र में आता है. बीजेपी के टिकट पर रामकृपाल यादव इस बार दानापुर से रीतलाल यादव के खिलाफ मैदान में हैं. रामकृपाल यादव 2024 में मीसा भारती से चुनाव हार गए थे. 

बीते बीस साल से बीजेपी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू 'जंगलराज' के नाम पर लालू यादव की आरजेडी को घेरती रही है - अब सवाल ये है कि अगर रीतलाल यादव और अनंत सिंह आपराधिक वजहों से ही सलाखों के पीछे भेजे गए हैं तो ललन सिंह के कैंपेन और लालू यादव के रोड शो में किस बात का फर्क है?

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अनंत सिंह के लिए कैसे वोट मांग रहे हैं ललन सिंह

अनंत सिंह के जेल जाने के बाद ही ललन सिंह ने मोकामा में मोर्चा संभाल लिया था. कैंपेन की शुरुआत करते ही ललन सिंह ने ऐलान कर दिया, अब मोकामा का हर कार्यकर्ता 'अनंत सिंह' बनकर चुनाव लड़ेगा. ललन सिंह ने मोकामा में लगातार जनसभा कर रहे हैं, और अलग अलग तरीके से लोगों को समझा रहे हैं कि क्यों और कैसे अनंत सिंह की चुनावी जीत पक्की करनी है. 

मोकामा पहुंचते ही ललन सिंह ने कहा, 'जब अनंत बाबू यहां थे, तब मेरी जिम्मेदारी कम थी... जब वो यहां नहीं हैं, तो मेरी जिम्मेदारी और बढ़ गई है... मैंने मोकामा के चुनाव प्रचार की कमान पूरी तरह अपने हाथ में ले ली है.'

लेकिन ललन सिंह यहीं तक नहीं रोकते. वो चुनाव जीतने के लिए वोट हासिल करने और जीत सुनिश्चित करने की हर तरकीब सुझा रहे हैं. और, उनके भाषण के एक ऐसे ही वीडियो के वायरल हो जाने के बाद ललन सिंह के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है. 

पटना जिला प्रशासन के मुताबिक़, वीडियो की जांच के बाद ललन सिंह के खिलाफ आपत्तिजनक कमेंट करने के लिए FIR दर्ज की गई है. सोशल साइट X पर पटना जिला प्रशासन ने लिखा है, 'जिला प्रशासन, पटना द्वारा वीडियो निगरानी टीम के वीडियो फुटेज की जांच की गई... जांचोपरांत इस मामले में श्री ललन सिंह उर्फ श्री राजीव रंजन सिंह के विरूद्ध भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता एवं लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है.'

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आरजेडी की चर्चित प्रवक्ता प्रियंका भारती ने सोशल साइट एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए दावा किया है जेडीयू नेता ललन सिंह वीडियो में विरोधी दल के नेता को घर से बाहर नहीं निकलने देने कह रहे हैं. जेडीयू की तरफ से कहा गया है कि वीडियो में ऑडियो को एडिट करके पेश किया जा रहा है. 

वीडियो में किसी नेता का नाम तो नहीं सुनाई दे रहा है, लेकिन इतना जरूर समझ में आ रहा है कि वो एक-दो नेता बोल रहे हैं. और, उनके बारे में समझा रहे हैं कि उनको घर से बाहर नहीं निकलने देना है. ललन सिंह का कहना है, 'अगर वे बहुत हाथ-पैर जोड़ें तो कहिएगा कि चलिए हमारे साथ और अपना वोट डालिए.'

लालू यादव के रोड शो का कितना प्रभाव

आरजेडी नेता लालू यादव ने पटना के दानापुर विधानसभा सीट पर 3 नवंबर की शाम को करीब 15 किमी लंबा रोड शो किया. ये रोड शो लालू यादव ने मौजूदा विधायक और आरजेडी उम्मीदवार रीतलाल यादव के सपोर्ट में किया. लालू यादव के साथ उनकी बड़ी बेटी और स्थानीय सांसद मीसा भारती भी थीं.  

रीतलाल यादव को एक बिल्डर से 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के मामले में जेल भेजा गया है. नामांकन के लिए बाहर आए थे, लेकिन चुनाव प्रचार के लिए पटना हाई कोर्ट से अनुमति नहीं मिल पाई. चुनाव कैंपेन रीतलाल यादव का परिवार संभाल रहा है, और लालू यादव ने भी अपने साथ उनकी बेटी को गाड़ी में बिठा रखा था. 

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जंगलराज की दुहाई देते हुए बीजेपी लालू यादव के रोड शो पर सवाल उठा रही है. बीजेपी नेता लालू यादव के घर पर बैडमिंटन खेलने का भी दावा करते हैं, और पेशी के लिए व्हील चेयर पर पहुंचने पर सवाल उठाते हैं. और उसी लहजे में लालू यादव के रोड शो पर भी सवाल उठा रहे हैं. लालू यादव का रोड शो इस मामले में अलग था कि वो गाड़ी अंदर ही बैठे हुए थे, जिसकी वजह उनकी सेहत का ठीक न होना बताया गया है. तेजस्वी यादव के नामांकन के मौके पर भी लालू यादव मौजूद थे. 

रीतलाल यादव से पहले लालू यादव ने 2024 के लोकसभा चुनाव में अपनी बेटी रोहिणी आचार्य के लिए चुनाव प्रचार किया था. पिता को किडनी डोनेट करने वाली रोहिणी आचार्य सारण लोकसभा सीट से आरजेडी की उम्मीदवार थीं. बीजेपी के राजीव प्रताप रूडी से वो चुनाव हार गईं. 

लालू 2021 में भी उपचुनावों के लिए प्रचार करने गए थे. बिहार की दो विधानसभा सीटों कुशेश्वर स्थान और तारापुर में उपचुनाव हो रहे थे. तब लालू यादव करीब 6 साल बाद कैंपेन के तहत इलाके में रैली किए थे, लेकिन दोनों सीटों पर जेडीयू को जीतने से नहीं रोक पाए. दानापुर के रोड शो में तो लालू यादव को देखने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी थी, लेकिन पिछले चुनाव प्रचार तो यही बताते हैं कि लालू यादव का करिश्मा अब कम हो गया है. लालू यादव का दमखम आखिरी बार 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में देखने को मिला था. 

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लालू यादव ने रोड शो भले ही रीतलाल यादव के इलाके दानापुर में किया हो, लेकिन महत्वपूर्ण बात ये है कि वो आरजेडी के लिए वोट मांगने के लिए घर से निकले हैं. बिहार में महागठबंधन का नेतृत्व कर रही आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री पद का चेहरा हैं - और लालू यादव का ये रोड शो तेजस्वी यादव के लिए काफी अहमियत रखता है. 

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