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कान के मैल से पहचानें ये घातक बीमारी, कहीं आप तो नहीं शिकार?

aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 12 जुलाई 2021,
  • अपडेटेड 2:51 PM IST
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कान में मैल का जमा होना बेहद सामान्य सी बात है. क्या आप जानते हैं ये हमारे कान की सफाई और सुरक्षा के लिए भी बहुत जरूरी है. इतना ही नहीं, एक्सपर्ट कहते हैं कि कान के मैल से गंभीर बीमारियों को डिटेक्ट और मॉनिटर किया जा सकता है. ये डायबिटीज की बीमारी के बारे में भी बता सकता है.

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कान का मैल (ईयरवैक्स) कान के बाहरी हिस्से में रहता है. यह नैचुरल ऑयल और पसीने से बना होता है, जो डेड स्किन सेल्स और बालों के साथ मिला होता है. इंसान के कान में अक्सर दो तरह के ईयवैक्स पाए जाते हैं और ये सबकुछ इंसान के जेनेटिक्स पर ही निर्भर करता है.

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स्पेक्सेवर्स के चीफ ऑडियोलॉजिस्ट गॉर्डन हैरिसन ने express.co.uk से बताया, 'कुछ लोगों के कान में ड्राई और पपड़ी जैसा वैक्स होता है तो कुछ के कान में नरम यानी जेल जैसा वैक्स होता है. इसका रंग अमूमन ब्राउन या ऑरेंज होता है. मेडिकल भाषा में इसे सेरुमेन कहा जाता है.'

 

 

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एक्सपर्ट कहते हैं कि कान में मौजूद हेल्दी ईयरवैक्स सफेद, पीला, ब्राउन और ब्लैक समेत कई रंगों में हो सकता है. लेकिन अगर इसमें कोई और रंग या कई दूसरी चीजें दिख रही हैं तो ये हमारी खराब सेहत का संकेत हो सकता है.

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ऑरिस ईयर केयर के क्लीनिकल डायरेक्टर मिशा वरकर्क कहते हैं कि अगर ईयरवैक्स का रंग हरा है और उसमें से बदबू आती है. कान से खून बहता है तो ये बड़ी चिंता की बात है और आपको जल्दी ही किसी स्पेशलिस्ट डॉक्टर से मिलना चाहिए. दरअसल ईयरवैक्स में मौजूद तत्व आपकी सेहत के बारे में काफी कुछ बता सकते हैं.

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वरकर्क कहते हैं, 'यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं ने ये पाया है कि कान के मैल से स्ट्रेस बढ़ाने वाले हार्मोन कोर्टिसोल का पता लगाया जा सकता है. इससे हेल्थ को मॉनिटर करने के बाद रोगी को सही इलाज कराने का सुझाव दिया जा सकता है.'

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उन्होंने कहा कि कुछ शोधकर्ताओं ने ऐसा भी दावा किया है कि कान में मौजूद ईयरवैक्स से शरीर में शुगर लेवल का पता लगाया जा सकता है. ईयरवैक्स के जरिए डायबिटीज जैसी साइलेंट किलर की बीमारी को डिटेक्ट और मॉनिटर किया जा सकता है. टाइप-2 डायबिटीज एक बेहद कॉमन सी बीमारी है जिसमें इंसान का शुगर लेवल बढ़ जाता है.

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इन लक्षणों पर रखें ध्यान- यदि रात में किसी व्यक्ति को बहुत ज्यादा पेशाब आता है या हर वक्त बहुत ज्यादा प्यास लगती है तो भी इंसान डायबिटीज का शिकार हो सकता है. अगर आपको बेवजह थकावट होती है तो भी ये डायबिटीज का संकेत हो सकता है.

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यदि किसी इंसान का वजन बेवजह घट रहा है तो ये भी डायबिटीज की पहचान हो सकती है. प्राइवेट पार्ट के पास खुजली होना या शरीर के जख्म जल्दी न भरने से भी डायबिटीज का पता लगाया जा सकता है. इसके अलावा आंखों में धुंधलापन भी डायबिटीज की निशानी हो सकती है.

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