Funny Jokes: चिंकी से रिंकी को बताया दिल्ली की यात्रा का ये मजेदार एक्सपीरियंस, पढ़ें ठहाकेदार चुटकुले

Funny Jokes: हंसने से न सिर्फ शारीरिक सेहत अच्छी रहती है बल्कि मूड भी फ्रेश होता है. इसीलिए हम आपके लिए कुछ ऐसे मजेदार चुटकुले लेकर आए हैं, जिन्हें पढ़ते ही पेट पकड़ कर हंसने लगेंगे आप. तो चलिए शुरू करते हैं हंसने-हंसाने का ये सिलसिला...

Advertisement
Latest Funny Viral Jokes and Chutkule in Hindi Latest Funny Viral Jokes and Chutkule in Hindi

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 29 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 2:31 PM IST

Latest Funny Viral Jokes and Chutkule in Hindi:  हंसमुख इंसान दिल और दिमाग दोनों रूप से स्वस्थ रहता है. जोक्स और चुटकुले पढ़कर थकान और तनाव दूर रहता है. विज्ञान में भी अब ये बात साबित हो चुकी है कि हंसने से न सिर्फ आपकी शारीरिक सेहत अच्छी रहती है बल्कि मूड बेहतर होता है. इसीलिए हम आपके लिए कुछ ऐसे मजेदार चुटकुले लेकर आए हैं, जिन्हें पढ़ते ही पेट पकड़ कर हंसने लगेंगे. तो चलिए शुरू करते हैं हंसने-हंसाने का ये सिलसिला...

Advertisement

> एक लड़का स्कूल से जल्दी घर आ गया...
दादा: क्या हुआ बेटा, तुम बहुत जल्दी घर आ गए.
लड़का: हां मां, मैंने एक मच्छर को मारा तो टीचर ने भगा दिया.
दादा: क्या? तुम सच बोल रहे हो, एक मच्छर मारने के लिए स्कूल से भगा दिया.
लड़का: मच्छर टीचर के गाल पर बैठा हुआ था.

> टीचर- न्यूटन का नियम बताओ।
स्टूडेंट- सर पूरी लाइन तो याद नहीं, लास्ट की याद है.
टीचर- चलो लास्ट की ही सुनाओ
स्टूडेंट- .......और इसे ही न्यूटन का नियम कहते हैं.

ऐसे ही मज़ेदार जोक्स पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 

>कसाई बकरे को लेकर काटने जा रहा था, बकरा मैं-मैं चिल्ला रहा था,
तभी एक बच्चे ने पूछा- आपका बकरा क्यों चिल्ला रहा है?
कसाई- मैं इसे काटने ले जा रहा हूं, इसलिए
बच्चा- मैने सोचा स्कूल ले जा रहे होंगे,

Advertisement

>रिंकी - तुम्हारी दिल्ली की यात्रा कैसी थी?
चिंकी - अरे! बता नहीं सकती! रास्ते में मेरे पापा पानी लेने उतर गए,
और गाड़ी चल पड़ी और वह स्टेशन पर ही छूट गए
रिंकी - तुम्हारा दर्द समझ सकती हूं
तुम्हें इतनी लंबी यात्रा में प्यासा ही रहना पड़ा होगा.

(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को थोड़ा... गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य बिल्‍कुल भी नहीं है)


 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement