उपराष्ट्रपति चुनाव में NDA उम्मीदवार को 427 से ज्यादा सांसदों का समर्थन, जानें विपक्षी कैंडिडेट के पास कितने नंबर

लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य उपराष्ट्रपति चुनाव में वोटिंग करते हैं और संख्याबल के लिहाज से एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन का पलड़ा बहुत भारी है. लेकिन INDIA ब्लॉक ने बी. सुदर्शन को वैचारिक लड़ाई लड़ने के लिए चुनाव में खड़ा किया है.

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उपराष्ट्रपति चुनाव में सीपी राधाकृष्णन बनाम बी सुदर्शन रेड्डी  (Photo-PTI) उपराष्ट्रपति चुनाव में सीपी राधाकृष्णन बनाम बी सुदर्शन रेड्डी (Photo-PTI)

मौसमी सिंह

  • नई दिल्ली,
  • 09 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 10:10 AM IST

देश के दूसरे सबसे बड़े संवैधानिक पद के लिए वैचारिक बनाम संख्यात्मक मुकाबले का मंच तैयार है. मंगलवार को कुल 782 सांसद (लोकसभा और राज्यसभा दोनों से) उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान करने जा रहे हैं. जीत सुनिश्चित करने के लिए, किसी भी उम्मीदवार को 391 वोटों के साधारण बहुमत की जरूरत होती है. वर्तमान राजनीतिक अंकगणित के मुताबिक, सत्तारूढ़ एनडीए को पहले से ही करीब 427 सांसदों का समर्थन हासिल है, जो स्पष्ट रूप से बहुमत के आंकड़े से ज्यादा है.

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कुछ दलों ने मतदान से बनाई दूरी

वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने भी एनडीए उम्मीदवार को समर्थन देने की घोषणा की है, जिससे सत्तारूढ़ गठबंधन की संभावनाएं और मज़बूत हो गई हैं. इस बीच, सात सांसदों वाले बीजू जनता दल (बीजेडी) और चार सांसदों वाली भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और अकाली दल ने मतदान प्रक्रिया से दूर रहने का फैसला किया है. विपक्षी गठबंधन, INDIA ब्लॉक के पास करीब 324 सांसदों का समर्थन है.

ये भी पढ़ें: उपराष्ट्रपति चुनाव: वोटिंग से बाहर हुए तीन दल किसका गेम बनाएंगे, किसका बिगाड़ेंगे?

ऐसे में संख्याबल के आधार पर एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन का अगला उपराष्ट्रपति बनना तय माना जा रहा है. उनके खिलाफ विपक्षी उम्मीदवार सुदर्शन रेड्डी वैचारिक लड़ाई लड़ने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं. दोनों पक्षों की तरफ से किस उम्मीदवार को कितना समर्थन हासिल है, आइए जानते हैं.

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एनडीए को 427 सांसदों का समर्थन

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा):
लोकसभा – 240 सांसद
राज्यसभा – करीब 100 सांसद

तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी)
लोकसभा – 16 सांसद
राज्यसभा – 2 सांसद

जनता दल (यूनाइटेड) जेडीयू
लोकसभा – 12 सांसद
राज्यसभा – 4 सांसद

लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास):
लोकसभा – 5 सांसद

शिवसेना (शिंदे गुट)
लोकसभा – 7 सांसद
राज्यसभा – करीब 3 सांसद

जन सेना पार्टी (जेएसपी)
लोकसभा – 2 सांसद

जनता दल (सेक्युलर)
लोकसभा – 2 सांसद
राज्यसभा – 4 सांसद

राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी)
लोकसभा – 2 सांसद

अपना दल, एजीपी, एजेएसयू, एचएएम (एस), अजीत पवार का एनसीपी गुट, सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम), यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी (यूपीपी) और चुनिंदा निर्दलीय जैसे अन्य छोटे सहयोगी दल भी एनडीए उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करने वाले हैं. 

INDIA ब्लॉक के साथ 324 सांसद

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी)
लोकसभा – 99 सांसद
राज्यसभा – 27 सांसद

समाजवादी पार्टी (सपा)
लोकसभा – 37 सांसद
राज्यसभा – 4 सांसद

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी)
लोकसभा – 29 सांसद
राज्यसभा – 13 सांसद

द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके)
लोकसभा – 22 सांसद
राज्यसभा – 10 सांसद

शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट)
लोकसभा – 9 सांसद
राज्यसभा – 2 सांसद

एनसीपी (शरद पवार गुट)
लोकसभा – 8 सांसद
राज्यसभा – 2 सांसद

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राष्ट्रीय जनता दल (राजद)
लोकसभा – 4 सांसद
राज्यसभा – 5 सांसद

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) सीपीएम
लोकसभा – 4 सांसद
राज्यसभा – 4 सांसद

जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (जेकेएनसी)
लोकसभा – 2 सांसद

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई)
लोकसभा – 2 सांसद
राज्यसभा – 2 सांसद

अन्य छोटे सहयोगी, जैसे वीसीके (2 सांसद), इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल - 3 सांसद), आरएसपी (1), और अन्य भी INDIA ब्लॉक के उम्मीदवार के पक्ष में वोट करेंगे.

संभावित नतीजा

एनडीए के पास पहले से ही बहुमत से कहीं ज़्यादा संख्याबल है और वाईएसआर कांग्रेस का भी समर्थन मिल रहा है, इसलिए सत्तारूढ़ गठबंधन अपने उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह तैयार दिख रहा है. दूसरी ओर, 300 से ज़्यादा सांसदों की मज़बूत संख्या के बावजूद, INDIA ब्लॉक चुनौती से काफ़ी पीछे है.

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