क्रिसमस 2025 से पहले ही देश के कई जगहों पर इसका विरोध शुरू हो गया है. यूपी के मुजफ्फरनगर में जहां हिंदूवादी नेत्री साध्वी प्राची का क्रिसमस को लेकर दिया गया बयान सुर्खियों में है. वहीं, जबलपुर में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं और ईसाई समुदाय के लोगों के बीच मारपीट हो गई. जबकि हरिद्वार में तीर्थ पुरोहितों के विरोध के चलते क्रिसमस के एक कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया.
हिंदू अपने बच्चों को कार्टून क्यों बनाते हैं: साध्वी प्राची
मुजफ्फरनगर में मीडिया से बातचीत करते हुए साध्वी प्राची ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा है कि हिंदुस्तान में ईसाई 2% हैं जबकि हिंदू 85% हैं. जब 2% होकर ईसाई, हिंदू त्यौहार नहीं मानते तो फिर क्रिसमस-डे के नाम पर हिंदू अपने बच्चों को कार्टून क्यों बनाते हैं. साध्वी प्राची का कहना है कि क्रिसमस-डे पर स्कूलों में ही बच्चों को गिफ्ट बांटने क्यों जाते हैं. वह मस्जिद और मदरसों में क्यों नहीं जाते? मदरसों में भी बच्चे पढ़ते हैं.
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हरिद्वार में विरोध के बाद क्रिसमस का कार्यक्रम रद्द
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा संचालित गंगा तट पर स्थित भागीरथी होटल में पहली बार 24 दिसंबर की शाम क्रिसमस का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा था. जिसको तीर्थ पुरोहित समाज द्वारा विरोध किए जाने के चलते रद्द कर दिया गया है. गंगा तट पर होने वाले इस कार्यक्रम का तीर्थ पुरोहित उज्ज्वल पंडित ने विरोध किया था. जिसके बाद शाम तक कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया.
तीर्थ पुरोहित उज्ज्वल पंडित का कहना है कि किसी भी सूरत में इस प्रकार के कार्यक्रम गंगा के तट पर आयोजित नहीं होने देंगे. वह लोग ध्यान से सुन लें. जब पूरा देश सनातन की परंपराओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रयासरत है और विशेष तौर पर उत्तर प्रदेश तो इस तरह के कार्यक्रम गंग तट पर क्यों. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में वहां के अधिकारियों की इतनी हिम्मत हो गई कि वे गंगा के तट पर इस प्रकार के क्रिसमस के कार्यक्रम आयोजित करने की परमिशन दे रहे हैं.
जबलपुर में ईसाई समुदाय और हिंदू संगठनों के लोगों के बीच हुई जमकर मारपीट
सोमवार को ईसाई समुदाय के लोगों और हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर मारपीट हो गई. जानकारी के मुताबिक क्रिसमस के मौके पर हवाबाग स्थित चर्च के परिसर में ईसाई समाज से जुड़े संगठन ने भोज का आयोजन कराया था. हिंदू संगठनों का आरोप है कि क्रिसमस सेलिब्रेशन के नाम पर हवाबाग चर्च के पीछे स्थित कम्युनिटी हॉल में बड़ी संख्या में लोग बुलाए गए थे.
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इसके अलावा शहर के अंधमूक और दृष्टि बाधित विद्यालय से भी छात्रों को आमंत्रित किया गया था. हिंदू संगठनों का आरोप है कि सभी को धर्मांतरण के उद्देश्य से बुलाया गया था. जब इसकी जानकारी विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और बीजेपी से जुड़े लोगों को लगी तो वे मौके पर पहुंच गए. जिसके बाद हिंदू संगठनों और ईसाई समुदाय के लोगों में बहस हो गई. भारी हंगामे और मारपीट की खबर पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने स्थिति पर काबू पाया. फिलहाल पुलिस ने धर्मांतरण के मामले की जांच शुरू कर दी है. हालांकि ईसाई समुदाय से जुड़े लोगों ने धर्मांतरण जैसे आरोपों से इनकार किया है.
छत्तीसगढ़ में ईसाई समुदाय ने निकाली शांति रैली
देशभर में चल रहे विरोध को लेकर छत्तीसगढ़ के भिलाई में युनाइटेड क्रिश्चियन काउंसिल द्वारा प्रेम व शांति का संदेश देने के लिए क्रिसमस महारैली निकाली गई. रैली में हैप्पी क्रिसमस..हैप्पी क्रिसमस कहते मसीही समाज के सदस्यों ने सभी को मुबारकबाद दी. इस दौरान सेंटा क्लाज ने रास्ते भर उपहार व टॉफियां बांटी. सेक्टर-01 मुर्गा चौक से यह क्रिसमस रैली निकाली गई. जिसमें सैकड़ों की संख्या में वाहन थे.
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