रोजगार के मौके और कमाई में इजाफा... राम मंदिर बनने के बाद अयोध्या की अर्थव्यवस्था मजबूत

राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद देशभर से रोजाना डेढ़ से दो लाख लोग अयोध्या आ रहे हैं, जो एक से दो दिन अयोध्या में बिताते हैं. यहां रहने के दौरान वे होटल में खाते-पीते हैं. जाते वक्त यहां से स्मृति चिह्न के रूप में कुछ सामान भी खरीदकर ले जाते हैं. प्रसाद, फूल से लेकर हककरघा और हस्तशिल्प के कारीगरों की आय भी बढ़ रही है.

Advertisement
अयोध्या के बाजार में खरीदारी करते लोग. अयोध्या के बाजार में खरीदारी करते लोग.

अभिषेक मिश्रा

  • लखनऊ ,
  • 23 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 8:28 PM IST

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर बनने के बाद यहां के स्थानीय लोगों की प्रति व्यक्ति आय बढ़ी है. प्रदेश की जीडीपी में जिले की हिस्सेदारी तेजी से बढ़ रही है. श्री राम मंदिर के कारण अयोध्या को वैश्विक पहचान मिली है. इसीलिए अयोध्या के विकास का पूरा ताना-बाना श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के इर्द-गिर्द घूमता है. 

राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद देशभर से रोजाना डेढ़ से दो लाख लोग अयोध्या आ रहे हैं. भक्त एक से दो दिन अयोध्या में बिताते हैं. वे अयोध्या भ्रमण के दौरान होटलों में रुकते हैं. स्थानीय सामानों की खरीदारी करते हैं. मंदिरों के दर्शन करते हैं और जाते समय अपने साथ कुछ न कुछ ले जाते हैं, चाहे वह राम मंदिर का मॉडल हो या प्रसाद के रूप में मिठाई या श्री राम ध्वज. 

Advertisement

पूजा सामग्री बेचने वाले, फूल बेचने वाले, छोटे हस्तशिल्प उद्योग, होटल उद्योग, पानी बेचने वाले या खुदरा विक्रेताओं की आय तीन से चार गुना बढ़ गई है. आने वाले एक साल में और भी बदलाव देखने को मिलेंगे. इससे न सिर्फ अयोध्या में रोजगार के अवसर बढ़े हैं, बल्कि अयोध्या की प्रति व्यक्ति आय में भी जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है. 

यह भी पढ़ें- अयोध्या में अरुण योगीराज ने बनाई थी रामलला की एक और मूर्ति, क्या आपने देखी…

अयोध्या में रामलला के दर्शन करने रोजाना करीब दो लाख भक्त पहुंच रहे हैं.

सबसे ज्यादा बढ़ा है हॉस्पिटैलिटी सेक्टर 

सबसे ज्यादा असर हॉस्पिटैलिटी सेक्टर पर देखने को मिल रहा है. जहां छोटे से लेकर बड़े होटलों तक में पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है. रामायण होटल के सूर्या त्रिपाठी का कहना है कि मंदिर खुलने के बाद कमरों की मांग लगातार बढ़ रही है. यहां 7000 से लेकर 20,000 तक के लग्जरी कमरे उपलब्ध हैं. मंदिर के आस-पास 150 से अधिक नए छोटे होटल और होमस्टे भी चल रहे हैं, जिससे नए उद्यमी पैदा हो रहे हैं और रोजगार के अवसर भी बढ़ रहे हैं.

Advertisement

उधर, राम मंदिर के आस-पास के बाजारों में हर तरह के सामान की बिक्री बढ़ गई है. राम की मूर्ति, सजावटी सामान बेचने वाले, हथकरघा व्यवसाय करने वाले कारीगरों को फायदा हो रहा है. छोटे दुकानदार रामकुमार का कहना है कि उनकी आय पहले 400 से 500 रुपये थी. यह अब बढ़कर रोजाना 2500 तक हो गई है. जो भी व्यक्ति इस मंदिर में आता है, वह यहां से कुछ स्थानीय वस्तुएं, मिठाइयां या स्मृतिचिह्न लेकर जाता है. 

रात को लाइटिंग के बीच इतना आकर्षक दिखता है राम मंदिर.

नए उद्यमों से भरे होंगे आस-पास के क्षेत्र 

ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुशील जयसवाल ने कहा कि राम मंदिर के निर्माण के कारण शहर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध हो गया है. अब आने वाले समय में अयोध्या एक केंद्र बन जाएगा. भक्तों के माथे पर श्री राम लिखने वाले व्यक्ति हों, रेहड़ी-पटरी वाले हों, अन्य सामान बेचने वाले हों या हमारे जैसे होटल व्यवसायी हों, सभी का व्यवसाय बढ़ रहा है. आने वाले समय में आस-पास के क्षेत्र नए उद्यमों से भरे होंगे.

इसके अलावा प्रॉपर्टी की कीमत भी 5 से 7 गुना और मंदिर के आस-पास की जगह की कीमत 10 गुना तक बढ़ गई है. जब अयोध्या के लोगों की प्रति व्यक्ति आय बढ़ेगी, तो इसका असर राज्य की जीडीपी पर दिखाई देगा. उत्तर प्रदेश इकोनॉमिक एसोसिएशन के महासचिव विनोद कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि इसका असर शहर के चारों ओर काफी दिखाई दे रहा है. हर क्षेत्र में भारी वृद्धि देखी जा रही है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement