अभी तक आपने छात्रों या नौकरीपेशा लोगों के रहने के लिए पेइंग गेस्ट हॉस्टलों के बारे में सुना होंगा, जहां रहने और खाने के पैसे देने होते हैं. लेकिन, बहुत जल्द हरियाणा में जानवरों के रहने के लिए ऐसे ही पीजी हॉस्टलों के निर्माण की योजना बनाई जा रही है. जिसमें गाय केटवॉक भी करती हुई नजर आएंगी.
हरियाणा सरकार के इस फैसले के बाद एक नया विवाद उठने की पूरी आशंका है. दरअसल, हरियाणा सरकार ने जानवरों के रहने के लिए भी पेइंग गेस्ट हॉस्टलों के निर्माण की योजना बनाई है. इन हॉस्टलों में गाय और भैंसें रहेंगी, जो दूध देंगी. इसकी घोषणा राज्य के कृषि मंत्री ओम प्रकाश धनकड़ ने की है.
इंसानों के लिए पीजी में रहने-खाने और मनोरंजन की व्यवस्था होती है, लेकिन गाय-भैंसों के लिए बनने वाले इस पीजी हॉस्टलों में क्या होगा, यह जानने की उत्सुकता आप सभी में जरूर होगी.
हरियाणा में शहर के आस-पास 50-100 एकड़ जमीन ली जाएगी. इनमें से कुछ जमीन पर पारंपरिक डेरी बनेगी, जबकि कुछ जमीन पर पीजी हॉस्टल बनाया जाएगा. यह सिस्टम उन लोगों के लिए होगा जो जानवर पालना तो चाहते हैं, लेकिन उनके पास रखने के लिए जगह नहीं है. जैसे फ्लैट में रहने वाले लोग.
बताया जा रहा है कि इसी साल जुलाई में हरियाणा गौसेवा आयोग ने खट्टर सरकार को इसका प्रस्ताव भेजा था. गौसेवा आयोग के प्रस्ताव के मुताबिक, इस पीजी हॉस्टल में सिर्फ देसी नस्ल की ही गायें और भैंस रहेंगी. विदेशी व क्रॉस ब्रीड नस्ल के जानवरों को वहां नहीं रखा जा सकेगा. इस पीजी हॉस्टल में सिर्फ दूध देने वाले जानवर ही रखे जाएंगे.
दरअसल यह सिस्टम फ्लैट में रहने वाले उन लोगों को ध्यान में रखकर बनाया गया है जो जानवर तो पालना चाहते हैं, लेकिन उन्हें रखने के लिए उनके पास जगह नहीं है.
विपक्ष ने साधा निशाना
इस मुद्दे को लेकर विपक्ष हमलावर हो गया है. प्रदेश अध्यक्ष अभय चौटाला ने कहा कि सरकार इस तरह के फैसले लेकर क्या साबित करना चाहती है. खासकर उन्होंने कृषि मंत्री को लेकर कहा कि जो भी फैसले लेने हैं समाज की भलाई को ध्यान में रखकर लें. इस तरह के फैसले से न तो समाज का भला होगा और न ही जानवरों का.
सतेंदर चौहान