मिशन-2024 को लेकर एक बार फिर विपक्ष को एक मंच पर लाने की कवायद शुरू हो गई है. इस बार बिहार के सीएम नीतीश कुमार नेताओं को एकजुट कर रहे हैं. वे विपक्षी दलों की बैठक आयोजित कर शक्ति प्रदर्शन की तैयारी में हैं. सूत्रों के मुताबिक कर्नाटक चुनाव के बाद यह बैठक पटना में 17-18 मई को हो सकती है. पटना में विपक्ष की बैठक का प्रस्ताव ममता बनर्जी ने रखा था, जब नीतीश कुमार पिछले महीने विपक्षी एकता को बढ़ावा देने के लिए उनसे मिलने कोलकाता आए थे.
ये नेता हो सकते हैं शामिल
बिहार विधान परिषद के अध्यक्ष और जदयू नेता देवेश चंद्र ठाकुर ने गुरुवार को मुंबई में शरद पवार और उद्धव ठाकरे से मुलाकात के बाद बताया कि दोनों नेता पटना में आयोजित होने वाली बैठक में शामिल होंगे. इनके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल या उनके प्रतिनिधि, वाम नेता सीताराम येचुरी और डी. राजा के भी बैठक में शामिल हो सकते है, क्योंकि विपक्ष को एकजुट करने के लिए नीतीश कुमार ने पिछले महीने इन नेताओं मुलाकात की थी.
पटनायक, सोरेन से जाएंगे मिलने
सूत्रों के मुताबिक, नीतीश कुमार के जल्द ही ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक और झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन से मिलने की संभावना है. ये नेता भी बैठक में शामिल हो सकते हैं. कर्नाटक विधानसभा चुनावों के कारण बैठक मई के तीसरे हफ्ते में की जा रही है. दरअसल इस चुनाव में कांग्रेस समेत कई अन्य दल के नेता अभी चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं. कर्नाटक विधानसभा चुनाव 10 मई को होंगे और नतीजे 13 मई को आएंगे.
नीतीश में अप्रैल में की थी मुलाकात
बिहार के सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने अप्रैल में दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, सीएम अरविंद केजरीवाल और सीपीएम लीडर सीताराम येचुरी से मुलाकात की थी. तब नीतीश कुमार ने तीनों से मुलाकात के बाद कहा था कि कांग्रेस से पूरी बातचीत हो गई है. तय हो गया है कि विपक्षी एकजुटता के लिए हम लोग काम करेंगे. पूरे देश में और भी पार्टियां हमारे साथ आएंगी. मुलाकात के बाद केजरीवाल ने कहा था कि बहुत जरूरी हो गया है कि सारा विपक्ष और पूरा देश इकट्ठा होकर केंद्र की सरकार बदले. दिल्ली से लौटने के बाद वह बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव से भी मिले थे.
रोहित कुमार सिंह