विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद से ये सवाल उठने लगा है कि ये एक असल एकनाउंटर है या इसे ऐसा दिखाने की कोशिश की जा रही है. बॉलीवुड की भी कई ऐसी फिल्में देखी गई हैं जहां फेक एनकाउंटर कर अपराधियों को या फिर कई बार ईमानदार लोगों को मौत के घाट उतारा गया है.
सिंघम
फेक एनकाउंटर की जब भी बात की जाएगी, तो सिंघम का नाम आना लाजिमी है. इस फिल्म में जिस अंदाज में अजय देवगन जयकांत शिकरे का अंत करते हैं, उसे देख साफ समझा जा सकता है कि फेक एनकाउंटर कैसे किया जाता है.
You Tube Grab- Reliance Entertainment
फिल्म के क्लाइमेक्स में दिखाया जाता है कि जयकांत शिकरे को पकड़ने के लिए पूरी गोवा पुलिस उसके घर आ जाती है. वहां पुलिस जयकांत को कहती है कि वो उसे मार देंगे. जब वो भागने की कोशिश करता है, तब उसे गिरफ्तार कर थाने में मार दिया जाता है, ठीक उसी तरह जैसे इंस्पेक्टर राकेश कदम को मारा गया. बाद में इसे एक एनकाउंटर बताकर पुलिस खुद को बचा लेती है.
You Tube Grab- Reliance Entertainment
सिंबा
रोहित शेट्टी की ही दूसरी फिल्म सिंबा भी इसी रूपरेखा पर चलती है. फिल्म में रेपिस्ट का सीधे एनकाउंटर कर दिया जाता है, या कहिए ऐसा दिखाया जाता है कि ये एक एनकाउंटर है.
You Tube Grab- Reliance Entertainment
फिल्म में आप देखते हैं कि जब इंस्पेक्टर संग्राम भालेराउ की मुंहबोली बहन के साथ रेप किया जाता है और उसे मार दिया जाता है, तब संग्राम सभी दोषियों को सजा देने की ठानता है. लेकिन क्योंकि उसे न्यायपालिका पर विश्वास नहीं होता, इसलिए वो एक प्लान बना उन सभी दोषियों का फेक एनकाउंटर कर देता है.
फिल्म में दिखाया है कि पुलिस थाने के अंदर ही दोषियों के हाथ में जबरदस्ती बंदूक पकड़ाई जाती है, उसके बाद उन्हें गोली मार कह दिया जाता है कि ये आत्मरक्षा में किया गया था
रोहित शेट्टी की इस फिल्म के बाद ये डिबेट काफी तेज हो गई थी कि दोषियों का सीधे एनकाउंटर किया जाना चाहिए या फिर उन्हें कानून को सौप देना चाहिए.
You Tube Grab- Reliance Entertainment
वैसे सिंबा में ये बात भी हैरान करती है कि फेक एनकाउंटर के बाद पुलिस के ही बड़े अधिकारी अपने साथी को बचाते हैं और उस झूठी कहानी को सच बता देते हैं. फिल्म में फेक एनकाउंटर को जायज बताया गया है.
फेक एनकाउंट की कहानियों पर रोहित शेट्टी ने अच्छा काम किया है. यही वजह है कि जब विकास दुबे का एनकाउंटर हुआ तो सोशल मीडिया पर रोहित शेट्टी का नाम ट्रेंड करने लगा.
Visaaranai
साउथ की फिल्मों की चर्चा कम होती है, लेकिन फेक एनकाउंटर दिखाने के मामले ये इंडस्ट्री काफी आगे है. फिल्म Visaaranai तो एक सच्ची घटना पर आधारित है जहां कुछ मजदूरों को झूठे केस में फंसा उनका एनकाउंटर कर दिया जाता है.
फिल्म में आप देखते हैं कि चार मजदूरों को एक बड़ी रॉबरी में चोर के रूप में दिखाया जाता है. फिर खुद को बचाने के लिए पुलिस उन सभी का फेक एनकाउंटर कर देती है. इस फिल्म ने कई अवॉर्ड अपने नाम किए थे और इसके ऑस्कर्स में भी जाने के चर्चे थे. लेकिन बाद में ऐसा हो नहीं पाया था.