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जब गुलशन ने अंडरवर्ल्ड को कहा, इतने रु. में वैष्णो देवी में भंडारा करा दूंगा

aajtak.in
  • 05 मई 2020,
  • अपडेटेड 11:30 AM IST
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टी-सीरीज कंपनी को आज भारत में हर कोई जानता है. टी-सीरीज का सपना किसी और का नहीं बल्कि गुलशन कुमार का था. 5 मई 1997 को दिल्ली में एक साधारण से परिवार में जन्म लेने वाले गुलशन कुमार ने अपनी कड़ी मेहनत से टी-सीरीज को इतनी बड़ी कंपनी बनाया. गुलशन कुमार का जीवन जितना चर्चा में रहा उससे ज्यादा उनकी आकस्मिक मौत पर आज भी बातें होती हैं.

(Photo Credit: India Today Archive)

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खोजी पत्रकार हुसैन जैदी की बुक My Name is Abu Salem में गुलशन कुमार की मौत से जुड़े कई खुलासे किए गए थे. हुसैन जैदी ने अपनी बुक में लिखा था कि डॉन अबु सलेम ने गुलशन कुमार से 10 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी थी, लेकिन उन्होंने इसे देने से साफ इनकार कर दिया था.

(Photo Credit: India Today Archive)

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अबु सलेम के बार-बार फोन करने के बाद भी वह बिल्कुल नहीं डरे और अपनी बात पर अटल रहे. हुसैन जैदी अपनी बुक में लिखते हैं- गुलशन ने एक बार तो फिरौती की रकम के बारे में मना करते हुए अबु सलेम को कहा था कि इतने रुपए देकर तो मैं वैष्णो देवी में भंडारा करवा दूंगा. 

(Photo Credit: India Today Archive)

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गुलशन कुमार की इस बात से अबु सलेम काफी नाराज हो गया था. इसके बाद उसने गुलशन कुमार को मारने का प्लान बनाया था. महाराष्ट्र के पूर्व डीजीपी राकेश मारिया ने IANS को दिए एक इंटरव्यू में बताया था, 'मुझे 12 अप्रैल 1997 को अपने मुखबिर से फोन आया था. उसने मुझे बस इतना ही बताया था- 'सर गुलशन कुमार का विकेट गिरने वाला है.'

(Photo Credit: India Today Archive)

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मारिया ने आगे बताया था, 'जब मैंने अपने मुखबिर से इस बारे में पूछा कि गुलशन कुमार का कौन विकेट लेने वाला है? तो उसने मुझे बताया, 'अबु सलेम, साहब. उसने अपने शूटर के साथ सब प्लान नक्की किया है. गुलशन कुमार रोज सुबह अपने घर से निकलने से पहले एक शिव मंदिर में जाता है. वहीं पर उसका काम खत्म करने वाले हैं.'

(Photo Credit: India Today Archive)

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राकेश मारिया आगे बताते हैं, 'जैसे ही मैंने ये सुना तो मैं चौंक गया. मैंने इसके बाद तुरंत फिल्म निर्माता महेश भट्ट से पूछा कि क्या गुलशन कुमार किसी मंदिर में जाते हैं. मैंने उन्हें ये पूछने का कारण भी बता दिया था. भट्ट साहब ने मुझे कंफर्म किया तो मैंने क्राइम ब्रांच को इसकी सूचना दी. क्राइम ब्रांच ने बाद में गुलशन कुमार की सुरक्षा भी बढ़ा दी थी.'

(Photo Credit: India Today Archive)

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पुलिस महकमे में ये खबर आग की तरह फैल गई और गुलशन कुमार से घर से बाहर नहीं निकलने के लिए कहा गया. हालांकि इससे पहले पुलिस कोई बड़ा फैसला ले पाती. 12 अगस्त 1997 को अबु सलेम के शूटर राजा ने दिन-दिहाड़े मुंबई के जीतेश्वर महादेव मंदिर के बाहर गुलशन कुमार की हत्या कर दी. गुलशन कुमार पर 10 से ज्यादा गोलियां चलाई गई थीं और उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया.

(Photo Credit: India Today Archive)

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