किसी ने जलाई स्कर्ट, किसी की टूटी नाक, कुछ ऐसी रही सास बहू फ्लेमिंगो की शूटिंग

Saas Bahu Aur Flamingo सीरीज अब रिलीज के तर्ज पर है. सास बहू के स्टीरियोटाइप को तोड़ती इस सीरीज की शूटिंग भी काफी मजेदार रही है. फुल टू एक्शन करते इन एक्टर्स को कई चोट से भी गुजरना पड़ा है.

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सास बहू फ्लेमिंगो पोस्टर सास बहू फ्लेमिंगो पोस्टर

नेहा वर्मा

  • मुंबई,
  • 04 मई 2023,
  • अपडेटेड 11:57 AM IST

होमी अदजानिया की अपकमिंग सीरीज सास बहू फ्लेमिंगो की चर्चा है. सास बहू की स्टीरियोटाइप कहानियों को तोड़ती यह सीरीज की शूटिंग भी काफी मजेदार रही है. शो से जुड़े स्टारकास्ट हमसे दिलचस्प किस्से शेयर कर रहे हैं. 

अंगीरा धर इस शो में एक बहू के किरदार में हैं. अंगीरा ऐसी बहू बनी हैं, जो बेलन नहीं बल्कि कट्टा चलाने पर यकीन रखती हैं. अंगीरा इस सीरीज की कॉन्सेप्ट पर बात करते हुए कहती हैं, आजकल देखा जाए, तो सास बहू के रिलेशन में बहुत बदलाव आया है. शायद यही वजह है कि मेकर्स को हौसला मिलता है, जो इस तरह के क्वर्की कॉन्टेंट को दर्शकों के सामने रखें और दर्शक भी इसे एक्सेप्ट करते हुए इंजॉय करे. मैं मानती हूं कि दर्शकों को ऐसी स्ट्रॉन्ग महिलाओं को देखना पसंद हैं, जहां महिलाएं 500 करोड़ का बिजनेस बिना किसी के डर से चलाती है. 

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यहां बहू कट्टा चलाती है 

वहीं इशा तलवार अपने किरदार व कहानी पर कहती हैं, हम कोई नॉर्मल सास बहू को प्रेजेंट कर ही नहीं रहे हैं. यहां बहु कट्टा चला रही है और वे अपने इस बिजनेस को लेकर सहज भी हैं. वैसे यह कहानी कोई नहीं हैं, ऐसी औरतें गावों में होती हैं. जो किचन पॉलिटिक्स और घर के नोंक-झोंक पर न पड़कर खुद को इम्पॉवर करने में यकीन रखती हैं. जाहिर सी बात है, उनका इक्वेशन सास के साथ बहुत अलग है. एक यूनिक सा कॉन्सेप्ट है. दर्शकों को कुछ नया जरूर मिलेगा. 

और मेरी आंख में चोट लग गई

अपनी शूटिंग एक्सपीरियंस पर ईशा कहती हैं, हम सभी एक्टर्स को मुंबई से जयपुर ले जाया गया था. वहां हम लगभग तीन महीने एक साथ एक ही पैलेस में रुके थे.ओवरऑल जो शूटिंग एक्सपीरियंस था, वो कभी महसूस नहीं किया था. हम सभी ऑलमोस्ट एक ही ऐज ग्रुप के थे. एक जैसा सोचते हैं. खाना साथ में शेयर किया करते थे. एक्शन सीक्वेंस में किसी की नाक टूट रही थी, तो किसी के आंख में चोट लगी. हम एक दूसरे की बहुत टांग खींचा करते थे. मेरी तो आंख में ऐसी चोट लगी थी, कि मुझे तीन दिनों तक अपने आंखों पर पैच लगाकर घूमना पड़ा था. दरअसल पहली बार एक्शन सीक्वेंस किया था. मैं बंदूक लेकर सेट पर दौड़ रही थी, वहां नमक की बोरियां और रेत थी. शूटिंग के दौरान वो नमक और रेत मेरी आंखों में चला गया, जिससे मेरी आंखों को जो हाल हुआ, वो न पूछें. 

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जब स्कर्ट में लगी आग 

अंगीरा कहती हैं, मेरी तो स्कर्ट जल गई थी, हालांकि फौरन उसे कंट्रोल कर लिया गया. दरअसल मुझे एक सीक्वेंस के दौरान मशाल भागना था. वो मशाल की आग की लपटें उड़कर मेरे स्कर्ट में लग गई थी. तुंरत शूटिंग रोक कर उसे बुझाया. उस वक्त मैं चिल्लाने लगी थी, कि आग मेरे स्कर्ट में चली गई है. वहीं राधिका मदान भी एक एक्शन सीक्वेंस के दौरान तार से लटककर उड़ गईं थीं. वो काफी समय तक लटकी रहीं. 

सच में खून पसीना बहाया है 

उदित अरोड़ा इसमें ऐड करते हुए कहते हैं, टचवुड मुझे कोई चोट तो नहीं लगी लेकिन हां, मैंने अपने एक्शन डायरेक्टर को गलती से एक पंच मार दिया था. यह एक्सीडेंट था, जिसके बाद मैं परेशान हो गया था. कह लें कि इस पूरी सीरीज में हम एक्टर्स ने असल में ही खून-पसीना बहाया है. किसी का नाक टूटा, तो किसी की आंख में चोट लगी. 

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