नेवी में इंजीनियर कमांडर नीरज कुमार सिंगला और हाउसवाइफ मधु सिंगला की बेटी मल्लिका सिंगला को 2019 का डायरेक्टर गोल्ड मेडल दिया गया है. JEE परीक्षा के जरिये आईआईटी दिल्ली में प्रवेश लेने वाली मल्लिका पढ़ाकू तो हैं ही, साथ ही बास्केट बॉल की खिलाड़ी और डिबेट आदि एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटी में भी आगे हैं. आइए जानें- JEE (ज्वाइंट एंट्रेस एग्जाम) की तैयारी से लेकर अब तक का उनका सफर.
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बायो केमिकल इंजीनियरिंग और बायो टेक्नालॉजी से बीटेक कर रही मल्लिका को ये गोल्ड मेडल पढ़ाई के साथ साथ उनकी ओवर ऑल परफार्मेंस पर मिला है. वो पढ़ाई के साथ ही एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटी जैसे बास्केट बॉल और स्टूडेंट मीडिया बॉडी में भी सक्रिय रही हैं.
फोटो: डायरेक्टर गोल्ड मेडल लेतीं मल्लिका सिंगला
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दिल्ली की रहने वाली मल्लिका ने अपनी दसवीं और बारहवीं की पढ़ाई लोरेटो कॉन्वेंट से की है. वो बताती हैं कि दसवीं में मुझे ए ग्रेड मिला था, उसके बाद बारहवीं में 95.2 प्रतिशत सीबीएसई बोर्ड से पास किया.
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aajtak.in से बातचीत में मल्लिका ने बताया कि मैंने मैं 2015 में JEE का एग्जाम दिया था. उन्होंने इसके लिए 11वीं कक्षा से ही तैयारी शुरू कर दी थी. वो 12वीं बोर्ड की तैयारी के साथ जेईई की कोचिंग भी कर रही थीं.
फोटो: अपने परिवार के साथ मल्लिका
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जेईई की स्ट्रेटजी के बारे में वो कहती हैं कि JEE क्लीयर करने के लिए सिर्फ फोकस्ड स्टडी जरूरी होती है. हार्डवर्क करने के साथ साथ आपको अपनी स्ट्रेटजी फिक्स रखनी चाहिए. यहां जो बच्चे आते हैं जो हार्ड वर्क करके आते हैं.
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मल्लिका बताती हैं कि बचपन से मुझे गणित बहुत पसंद थी. बचपन में जब मेरे पापा और भाई गणित पर डिस्कस करते थे तो वहां से मुझे और रुचि जगी. अक्सर जेइइ के लिए कहा जाता है कि गणित अच्छी होनी चाहिए, लेकिन इसके लिए तैयारी करके भी सुधारा जा सकता है.
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मल्लिका की जेईई में 2604 रैंक थी. वो कहती हैं कि अगर आप एनसीइआरटी से पढ़ें तो आपकी दोनों की तैयारी हो सकती है. अगर आप दोनों की तैयारी कर रहे हैं तो टोटल सिलेबस को चुनकर पढ़ लें. दोनों के लिए तैयारी कर ले तो टाइम बचता है.
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ये थी टाइम टेबल
मल्लिका बताती हैं कि 11वीं और 12वीं के दौरान सोमवार से शुक्रवार तक स्कूल होता था. वीकेंड पर कोचिंग होती थी, उसी दौरान तैयारी ज्यादा होती थी. मंडे का टेस्ट होता था तो उसी में कंपटीशन को लेकर तैयारी ज्यादा हो जाती थी. मैं टारगेट को लेकर पढ़ाई करती थी.
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पढाई के साथ साथ एक्सरसाइज भी बहुत जरूरी होता है. मैं यही सलाह दूंगी कि पढ़ाई के साथ साथ आपकी हॉबी भी होनी चाहिए जिससे आपका तनाव कम हो सके. आपको जिस चीज में रुचि हो, उसे भी जरूर कर लेना चाहिए.
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मल्लिका कहती हैं कि हरेक स्टूडेंट के तैयारी करने का तरीका अलग अलग होता है. आपको जो तरीका सही लगे, जिसमें आप तैयारी के लिए खुद को कंफर्टेबल पाते हैं तो उसे ही अपनाना चाहिए.
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