इजरायल के हमले के बाद ईरान ने इज़रायल पर 100 शाहेद-136 ड्रोन लॉन्च किए हैं, जिसके बाद जॉर्डन की वायु सेना इन ड्रोन और मिसाइलों को अपनी हवाई सीमा में रोकने की कोशिश कर रही है. इज़राइल की वायु सेना भी इन ड्रोन को नष्ट करने में जुटी है. सवाल यह है कि ये शाहेद-136 ड्रोन कितने शक्तिशाली हैं. इज़राइल तक पहुंचने में कितना समय लगेगा?
शाहेद-136 ड्रोन क्या है?
शाहेद-136 एक ईरान निर्मित ड्रोन (अनमैन्ड एरियल व्हीकल - UAV) है, जो मुख्य रूप से हमले के लिए डिज़ाइन किया गया है. इसे "कम लागत वाला हथियार" माना जाता है, जो बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जा सकता है. यह ड्रोन एक बार इस्तेमाल होने वाला (single-use) होता है, यानी यह अपने लक्ष्य पर पहुंचकर विस्फोट कर देता है. इसे 2020 में ईरान ने पेश किया था. यह रूस-यूक्रेन युद्ध में भी चर्चा में रहा, जहां रूस ने इसका इस्तेमाल किया.
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शाहेद-136 की विशेषताएं और शक्ति
शाहेद-136 ड्रोन की कुछ मुख्य विशेषताएं और शक्ति इस प्रकार हैं...
रेंज (दूरी): यह ड्रोन लगभग 2,000-2,500 किलोमीटर की दूरी तक उड़ान भर सकता है. ईरान से इज़रायल की दूरी करीब 1600-1800 किलोमीटर है, इसलिए यह आसानी से इज़राइल तक पहुंच सकता है.
गति: इसकी औसत गति 180-200 किलोमीटर प्रति घंटा है, जो इसे तेज नहीं, लेकिन टिकाऊ बनाता है. यह धीमी गति के कारण रडार पर आसानी से दिखाई देता है, लेकिन बड़ी संख्या में लॉन्च होने पर इसे रोकना मुश्किल हो जाता है.
पेलोड (वजन ले जाने की क्षमता): यह ड्रोन लगभग 40-50 किलोग्राम विस्फोटक ले जा सकता है. यह विस्फोटक छोटे सैन्य ठिकानों, इमारतों या सैनिकों को नुकसान पहुंचाने के लिए काफी है, लेकिन बड़े परमाणु संयंत्रों को पूरी तरह नष्ट करने के लिए पर्याप्त नहीं है.
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ऊंचाई: यह 3000-4000 मीटर की ऊंचाई पर उड़ सकता है, जो इसे कम ऊंचाई वाले ड्रोन के रूप में वर्गीकृत करता है. यह रडार से बचने में मदद करता है, लेकिन आधुनिक वायु रक्षा प्रणालियों के लिए इसे पकड़ना आसान है.
ईंधन और डिज़ाइन: शाहेद-136 प्रोपेलर से चलता है. सस्ते डिज़ाइन के कारण इसका उत्पादन सैकड़ों की संख्या में हो सकता है. इसका मतलब है कि ईरान इसे "स्वॉर्म अटैक" (एक साथ कई ड्रोन से हमला) के लिए इस्तेमाल कर सकता है.
शक्ति का आकलन: यह ड्रोन अपने विस्फोट से 50-100 मीटर के दायरे में नुकसान पहुंचा सकता है. अगर 100 ड्रोन एक साथ इज़रायल पर गिरें, तो यह सैन्य ठिकानों, बुनियादी ढांचे और नागरिक क्षेत्रों में भारी तबाही मचा सकता है.
इज़रायल तक पहुंचने में कितना समय लगेगा?
ईरान से इज़रायल तक शाहेद-136 ड्रोन पहुंचने में समय कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे दूरी, गति, और हवा का रुख। आइए इसे समझें...
दूरी: ईरान से इज़रायल की हवाई दूरी लगभग 1600-1800 किलोमीटर है, जो ड्रोन की रेंज से कम है.
गति: 180-200 किलोमीटर प्रति घंटे की गति पर, एक ड्रोन को पूरा सफर करने में लगभग 8-10 घंटे लग सकते हैं.
वास्तविक समय: जॉर्डन और इराक की हवाई सीमा में इन्हें देखा गया है, जिसका मतलब है कि ये ड्रोन पहले ही 2-3 घंटे की यात्रा कर चुके हैं. अगर इन्हें बीच में नहीं रोका गया, तो इज़रायल पहुंचने में अब 2-5 घंटे और लग सकते हैं.
अंतरराष्ट्रीय खबर: AP और IDF (इज़रायली डिफेंस फोर्स) के अनुसार, ये ड्रोन अगले कुछ घंटों में इज़रायल पहुंच सकते हैं, क्योंकि उनकी गति धीमी है और जॉर्डन की वायु सेना पहले ही कई को नष्ट कर रही है.
जॉर्डन और इज़रायल की प्रतिक्रिया
जॉर्डन की वायु सेना: जॉर्डन ने अपनी हवाई सीमा में मिसाइलों और ड्रोन को रोकना शुरू कर दिया है. जॉर्डन के राज्य मीडिया के अनुसार, दर्जनों ड्रोन को इज़रायल की सीमा से पहले नष्ट किया गया.
इज़रायली वायु सेना (IAF): IDF ने घोषणा की कि 100 से अधिक ड्रोन लॉन्च हुए हैं. IAF इन्हें इज़रायल की सीमा से बाहर ही रोकने की कोशिश कर रही है. F-35 लड़ाकू विमानों और पैट्रियट मिसाइल रक्षा प्रणाली का इस्तेमाल हो रहा है.
खतरे और संभावित नुकसान
हालांकि शाहेद-136 ड्रोन अकेले बहुत शक्तिशाली नहीं हैं, लेकिन 100 ड्रोन एक साथ हमला करने पर यह खतरनाक साबित हो सकते हैं. अगर इन्हें रोका नहीं गया, तो सैन्य ठिकानों और बुनियादी ढांचे को नुकसान हो सकता है. नागरिक क्षेत्रों में जान-माल की हानि की संभावना है. इज़रायल की ओर से जवाबी कार्रवाई बढ़ सकती है, जो युद्ध को और गहरा देगी.
ऋचीक मिश्रा