बच्चों में लूज मोशन का होना एक आम समस्या है. इस बीमारी में बच्चा काफी चिढ़चिढ़ा हो जाता है और वह परेशान भी करता है. अगर लंबे समय तक ऐसी बीमारी रहती है तो बच्चे में डिहाइड्रेशन का खतरा भी बढ़ जाता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो बच्चों में लूज मोशन होने के कई कारण हो सकते हैं जिसमें वायरल या बैक्टीरियल इंफेक्शन, गंदा पानी या खाना, दांत निकलना, एलर्जी या पाचन तंत्र की कमजोरी शामिल है. अगर बच्चे को दस्त की समस्या हो रही है तो कुछ देसी उपाय भी राहत दिलाने में मददगार साबित हो सकते हैं. हालांकि, अगर बच्चे की तबियत अगर ज्यादा खराब है तो सबसे पहले डॉक्टर से संपर्क करें.
नारियल पानी
अगर बच्चे की उम्र 2-3 साल से ज्यादा है तो दस्त के दौरान नारियल का पानी जरूर देना चाहिए. इन बच्चों को दिन में 2 से 3 बार नारियल पानी पिलाएं. अगर बच्चा ज्यादा छोटा है तो चम्मच के जरिए उसे भी थोड़ा-थोड़ा नारियल पानी पिला सकते हैं. यह जरूर ध्यान रहे कि नारियल पानी ताजा हो और उसमें किसी तरह की शुगर न मिली हो.
चावल का मांड
अगर बच्चा लूज मूशन से परेशान है तो उसे चावल का मांड भी दिया जा सकता है. मांड को बनाने के लिए 2-3 चम्मच चावल को 1 कप पानी में उबाल लें. इसके बाद चावल को छानकर बचा हुआ पानी (मांड) बच्चे को गुनगुना पिलाएं. बच्चे की उम्र के हिसाब से इसे दिन में 2-3 बार, 2-3 चम्मच पिलाया जा सकता है.
केला है मददगार
बच्चों को दस्त की समस्या में केला काफी फायदेमंद होता है. बस पके हुए केले को मैश कर लें और 2-3 साल से बड़े बच्चे को दिन में एक-2 बार खिलाएं. वहीं और ज्यादा छोटे बच्चों को थोड़ा-थोड़ा चम्मच से खिलाएं. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, केले में पोटैशियम और पेक्टिन होता है. इससे दस्त कंट्रोल होता है और पाचन तंत्र मजबूत होता है.
सौंफ का पानी
बच्चे को दस्त की समस्या है तो सौंफ का पानी काफी मददगार साबित हो सकता है. इसे तैयार करने के लिए एक चम्मच सौंफ को 1 कप पानी में उबा लें. इसके बाद जब पानी ठंडा हो जाए तो छानकर बच्चे को थोड़ा-थो़ड़ा पिलाएं. हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, पाचन के लिए सौंफ काफी अच्छी होती है. इसके साथ ही सौंफ का पानी दस्त के कारण होने वाली बेचैनी को भी दूर करता है. अगर बच्चा एक साल से छोटा है तो सौंफ का पानी देने से पहले डॉक्टर की सलाह लें.