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योग दिवस पर UN में भारत का डंका, PM मोदी की अगुवाई में 180 देशों के प्रतिनिधि करेंगे योग

न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में पीएम मोदी नौवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (21 जून) के ऐतिहासिक समारोह में एक अनोखे योग सत्र की अगुवाई करेंगे. इसमें संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष अधिकारी और दुनियाभर से आए प्रमुख व्यक्ति भाग लेंगे. यहां वो 180 से ज्यादा देशों के प्रतिनिधियों के साथ योग करेंगे. इस विशेष कार्यक्रम में राजनयिकों से लेकर, कलाकार, शिक्षाविद और उद्यमी तक शामिल होंगे.

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योग करते पीएम मोदी (फाइल फोटो)
योग करते पीएम मोदी (फाइल फोटो)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों US यात्रा पर हैं. अपनी यात्रा के दौरान न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में पीएम मोदी नौवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (21 जून) के ऐतिहासिक समारोह में एक अनोखे योग सत्र की अगुवाई करेंगे. इसमें संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष अधिकारी और दुनियाभर से आए प्रमुख व्यक्ति भाग लेंगे. यहां वो 180 से ज्यादा देशों के प्रतिनिधियों के साथ योग करेंगे. इस विशेष कार्यक्रम में राजनयिकों से लेकर, कलाकार, शिक्षाविद और उद्यमी तक शामिल होंगे.

पीएम मोदी के नेतृत्व में ही ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’ की घोषणा वर्ष 2014 में की गई थी. अब 9 साल बाद PM मोदी इस खास दिन अमेरिका पहुंचकर UN मुख्यालय में ही योग करेंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रथम महिला जिल बाइडेन के निमंत्रण पर मोदी अपनी अमेरिकी यात्रा के पहले चरण में न्यूयॉर्क में रहेंगे. बताते चलें कि UN का मुख्यालय भी न्यूयॉर्क में ही है. 

पीएम मोदी ने योग को दिलाई ग्लोबल पहचान

संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने एक इंटरव्यू में बताया कि इस साल योग दिवस एक बहुत ही 'अनोखा अवसर' होगा. ऐसा इसलिए क्योंकि इसकी अगुआई खुद पीएम मोदी करने जा रहे हैं. यह प्रधानमंत्री मोदी ही थे जिन्होंने यह विजन दिया था और उनके नेतृत्व ने यह सुनिश्चित किया कि हर साल 21 जून वर्ष को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है.

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UN महासचिव ने गिनाए योग के फायदे

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने योग दिवस के लिए अपने संदेश में कहा कि योग एकजुट करता है. उन्होंने कहा, 'यह शरीर, मन, मानवता, प्रकृति और दुनियाभर में लाखों लोगों को एकजुट करता है, जिनके लिए यह शक्ति, सद्भाव और शांति का स्रोत है.'

गुटेरेस ने कहा, 'एक खतरनाक और विभाजित दुनिया में, इस प्राचीन अभ्यास के लाभ विशेष रूप से कीमती हैं. योग शांति प्रदान करता है, यह चिंता को कम कर सकता है और मानसिक कल्याण को बढ़ावा दे सकता है. यह हमें अनुशासन और धैर्य विकसित करने में मदद करता है. यह हमें हमारे साथ जोड़ता है.'

उन्होंने कहा कि योग हमारी सामान्य मानवता को प्रकट करता है, हमें यह समझने में मदद करता है कि हमारे मतभेदों के बावजूद, हम एक हैं. इस अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर, आइए हम एकता की भावना को अपनाएं और लोगों के लिए एक बेहतर, अधिक सामंजस्यपूर्ण दुनिया बनाने का संकल्प लें.

पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा का फुल कवरेज यहां देखें 

उत्तरी लॉन में होगा योग दिवस का कार्यक्रम

योग सत्र 21 जून को सुबह 8 से 9 बजे तक संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के विशाल उत्तरी लॉन में चलेगा. ये वही लॉन है, जहां पिछले साल दिसंबर में संयुक्त राष्ट्र के लिए भारत की ओर से उपहार स्वरूप महात्मा गांधी की प्रतिमा स्थापित की गई थी. 

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गांधी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे पीएम

UN मुख्यालय में महात्मा गांधी की मूर्ति

प्रधानमंत्री मोदी महात्मा गांधी की प्रतिमा के प्रति सम्मान भी व्यक्त करेंगे. ऐतिहासिक योग सत्र में संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष अधिकारियों, राजदूतों, दूतों, सदस्य देशों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ वैश्विक और प्रवासी समुदाय के प्रमुख सदस्यों के भाग लेने की उम्मीद है.

इस कार्यक्रम के लिए विशेष एडवाइजरी जारी की गई है. इसमें सभी मेहमानों और आने वाले लोगों को योग के हिसाब से ही कपड़े पहनने के लिए कहा गया है. एडवाइजरी में कहा गया कि इस विशेष योग सत्र के दौरान योग मैट प्रदान किए जाएंगे. साथ ही एडवाइजरी यह भी कहती है कि इस कार्यक्रम में आने वाले लोग याद के तौर पर इस मैट को घर ले जा सकते हैं. 

अमेरिका का पहला स्टेट विजिट

बताते चलें कि पीएम मोदी 4 दिनों के अमेरिका दौरे पर हैं. ये पीएम मोदी का अमेरिका का पहला स्टेट विजिट है. इससे पहले प्रेसिडेंट ओबामा और ट्रंप के कार्यकाल में भी अमेरिका और भारत के रिश्ते काफी मजबूत रहे, लेकिन राष्ट्रपति बाइडेन ने पहली बार पीएम मोदी को स्टेट विजिट पर आमंत्रित किया है.

अमेरिका ऐसा निमंत्रण सिर्फ बहुत खास सहयोगी देशों के नेताओं के देता है. इस दौरे से जहां ग्लोबल मंच पर पावर बैलेंस में भारत मजबूत होगा वहीं एशिया के पावर बैलेंस में चीन के मुकाबले में बिजनेस और डिफेंस डील के जरिए भी भारत खुद को मजबूत करता हुआ दिखेगा. ये दौरा भारत और अमेरिका के रिश्तों के पूरे डायनेमिक्स को भी बदलता हुआ दिख रहा है.

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