केंद्र सरकार ने तुर्की जाने वाले भारतीय नागरिकों के लिए एडवाइज़री जारी की है. तुर्की और सीरिया के बीच चल रहे विवाद, जम्मू-कश्मीर के मसले पर तुर्की के रुख के बीच ये एडवाइज़री सामने आई है. बुधवार को जारी की गई एडवाइज़री में सभी यात्रियों को ‘अत्यंत सावधानी’ बरतने के लिए कहा गया है.
बुधवार को तुर्की में मौजूद भारतीय दूतावास ने एक एडवाइज़री जारी की. इसमें लिखा गया है, ‘भारत सरकार के पास लगातार तुर्की में यात्रा करने को लेकर सवाल किए जा रहे थे, तुर्की के ताजा हालातों को देखते हुए लोग काफी चिंतित लग रहे हैं. हालांकि, इस तरह की कोई रिपोर्ट सामने नहीं आई है जिसमें किसी भारतीय नागरिक को नुकसान हुआ हो फिर भी कोई भी यात्री तुर्की यात्रा करते हुए अत्यंत सतर्कता बरते’.
दूतावास के द्वारा इसी के साथ हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है और किसी भी स्थिति में उनसे संपर्क करने को कहा गया है.
Travel Advisory@MEAIndia @DrSJaishankar @IndianAmbAnkara @CGI_Istanbul @IndianDiplomacy pic.twitter.com/AFkO6tJA0A
— India in Turkey (@IndianEmbassyTR) October 22, 2019
भारत की इस एडवाइज़री से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपना तुर्की का दौरा रद्द कर दिया था. पीएम मोदी को इसी महीने के आखिर में सऊदी अरब के बाद तुर्की जाना था, लेकिन बाद में ये दौरा रद्द हो गया.
जम्मू-कश्मीर के मसले पर क्या है तुर्की का रुख?
बता दें कि तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगान ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में जम्मू-कश्मीर के मसले पर बयान दिया था और अपने सुरों को पाकिस्तान के साथ मिलाया था. इसके अलावा उन्होंने FATF की बैठक में भी खुले तौर पर पाकिस्तान का समर्थन किया था. भारत की ओर से जम्मू-कश्मीर के मसले पर तुर्की को दोबारा सोचने के लिए कहा था, लेकिन तुर्की का रुख पाकिस्तान के प्रति ही सॉफ्ट रहा.
सीरिया के साथ हो रहा है विवाद
एक तरफ तो तुर्की भारत के साथ जम्मू-कश्मीर के मसले पर विवाद कर रहा है तो वहीं इस वक्त उसका सीरिया के साथ भी भीषण विवाद चल रहा है. अमेरिकी सेना के उत्तरी सीरिया से निकलने के बाद तुर्की ने कुर्दिश लड़ाकों पर हमला कर दिया था, हालांकि बाद में अमेरिका के दखल के बाद तुर्की ने अपना एक्शन रोक दिया था.