प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 50 हजार अमेरिकी भारतीयों को संबोधित करते हुए 'हाउडी मोदी' के जवाब में कहा कि भारत में सब कुछ ठीक है. दरअसल 'हाउडी मोदी' हाउ डू यू डू मोदी वाक्य का संक्षिप्त रूप है. इसका मतलब होता है मोदी आप कैसे हैं? पीएम नरेंद्र मोदी ने इस सवाल के जवाब में कहा कि भारत में सब ठीक है. पीएम मोदी ने इस जवाब को कई भाषाओं में व्यक्त करने की कोशिश की. भारत में भाषाओं की विविधता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, "सब चंगा सी, मजा मा छे, एल्लाम सौकियाम, सब खूब भालो, सबू भाल्लाछी."
PM @narendramodi has a request for the Indian diaspora. Know what it is... pic.twitter.com/RTPYLwjDaH
— PMO India (@PMOIndia) September 22, 2019
इसके बाद पीएम ने कहा कि मेरे अमेरिकी मित्र इससे आश्चर्यचकित हैं कि मैंने क्या कह दिया. प्रेसिडेंट ट्रंप और मेरे अमेरिकी मित्रों, मैंने भारतीय भाषाओं में केवल यह कहा कि सब कुछ ठीक है.
अमित शाह के बयान से पैदा हुआ था विवाद
14 सितंबर को हिन्दी दिवस के मौके पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि भारत विभिन्न भाषाओं का देश है और हर भाषा का अपना महत्व है परन्तु पूरे देश की एक भाषा होना अत्यंत आवश्यक है जो विश्व में भारत की पहचान बने, आज देश को एकता की डोर में बांधने का काम अगर कोई एक भाषा कर सकती है तो वो सर्वाधिक बोले जाने वाली हिंदी भाषा ही है. अमित शाह के इस बयान का तमिलनाडु में व्यापक विरोध हुआ था. डीएमके अध्यक्ष स्टालिन, एक्टर कमल हासन, रजनीकांत ने गृह मंत्री के इस बयान का विरोध किया था और कहा था कि वे अपनी मातृभाषा से इतर हिन्दी थोपने को बर्दाश्त नहीं करेंगे.
Incredible! https://t.co/SHs0RkxjzF
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) September 22, 2019
सह अस्तित्व की भावना से आगे बढ़ रही हैं भाषाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका की धरती से इस विवाद को खत्म करने की कोशिश की और साफ कहा कि भाषायी विविधता भारत की शक्ति है. पीएम मोदी ने कहा कि भारत में सदियों से सैकड़ों भाषाएं, सैकड़ों बोलियां सह अस्तित्व की भावना से आगे बढ़ रही हैं.
पीएम ने संदेश दिया कि भारत में भाषायी श्रेष्ठता का कोई स्थान नहीं है. उन्होंने कहा कि अलग-अलग पंथ, दर्जनों संप्रदाय, ऋतु चक्र इस धरती को अद्भुत बनाते हैं. मोदी ने कहा कि विविधता में एकता हमारी धरोहर है, भारत की विविधता हमारी मजबूत लोकतंत्र का आधार है. उन्होंने कहा कि भारतवासी जहां-जहां जाते हैं, विविधता और लोकतंत्र के संस्कार साथ-साथ लेकर चले जाते हैं. पीएम ने कहा कि हमारा जीवंत लोकतंत्र हमारा आधार है और यही हमारी प्रेरणा है.