निकोलस कॉपरनिकस मशहूर यूरोपीय खगोलशास्त्री और गणितज्ञ हैं, जिनके नाम पर नई दिल्ली में एक मार्ग का नाम भी कॉपरनिकस मार्ग रखा गया है. निकोलस के पिता कॉपर के एक अच्छे व्यापारी थे, इसी वजह से निकोलस का नाम कॉपरनिकस रखा गया. खास बात यह है कि आज निकोलस का जन्मदिन है. निकोलस का जन्म 19 फरवरी, 1473 में पोलैंड में हुआ था.
आइए जानते हैं उनके जीवन की खास बातें...
* निकोलस ने अंतरिक्ष से जुड़ी जानकारियां बिना किसी दूरबीन के देखी हैं. वे घंटो अपनी आंखों से अंतरिक्ष को देखकर नई खोज करने की कोशिश करते रहते थे.
* निकोलस कॉपरनिकस ने बताया था कि पृथ्वी अंतरिक्ष के केन्द्र में नहीं है, इसके लिए उन्होंने हीलियोसेंट्रिज्म मॉडल को लागू किया था. इससे पहले लोग अरस्तू की बात पर विश्वास करते थे कि पृथ्वी ब्रह्मांड के केन्द्र में है.
* निकोलस ने डी रिवोल्यूशन्स नामक किताब लिखी जो काफी मशहूर हुई और लोगों ने उसे खूब पसंद भी किया. दरअसल इस किताब में उन्होंने बताया कि पृथ्वी अपने अक्ष पर घूमती हुई दिन-रात में चक्कर पूरा करती है. इस तरह घूमते-घूमते एक साल में सूर्य का चक्कर पूरा करती है.
* निकोलस ने अंतरिक्ष के बारे में यह भी बताया कि हम जो सूर्य को घूमते हुए देखते हैं वास्तव में वो पृथ्वी की गति होती है. निकोलस कॉपरनिकस ने जो भी जानकारी और नियम अंतरिक्ष के बारे में बताए हैं वो इनकी किताब में प्रकाशित भी हुए हैं.
महान निकोलस कॉपरनिकस की मृत्यु सन 1543 में हुई.