बौद्ध धर्म के सर्वोच्च गुरु दलाई लामा ने संकेत किया है कि उनका उत्तराधिकारी यानी अगला लामा कोई महिला भी हो सकती है. दलाई लामा ने ये बात ऑस्ट्रेलिया में कही.
इस देश में इन दिनों लैंगिक समानता पर नए सिरे से बहस चल रही है. ऑस्ट्रेलिया की मौजूदा प्रधानमंत्री जूलिया गिलार्ड इस बहस के केंद्र में हैं. जूलिया कुछ ही महीनों बाद होने वाले चुनाव में इस मुद्दे को ट्रंप कार्ड के तौर पर पेश कर रही हैं. उनके विरोधियों की एक फंड रेजिंग पार्टी में हुए विवाद से बहस और तेज हो गई है. इस पार्टी के मेन्यू में एक डिश का नाम जूलिया के स्मॉल ब्रेस्ट और हैवी थाई था.
बहरहाल, वापस लौटते हैं दलाई लामा पर. वह 10 दिनों के दौरे पर गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया पहुंचे. इस दौरान लैंगिक समानता के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि अगर परिस्थितियां ऐसी हैं कि महिला दलाई लामा का होना बेहतर है तो महिला दलाई लामा आएगी. गिलार्ड के बयान, ‘दुनिया में एक बार फिर से लैंगिक युद्ध लड़ा जाना है’ पर 77 साल के नोबेल पीस प्राइज विजेता धर्म गुरु बोले कि ये सच है कि दुनिया असमानता के ‘नैतिक संकट’ से जूझ रही है. उसे ऐसे नेताओं की जरूरत है जो अपने पद पर संवेदनाएं ला सकें.
अपने तर्क को और धार देते हुए दलाई लामा ने कहा, ‘संवेदना की बात करें, तो जैविक रूप से महिलाएं इसमें ज्यादा सक्षम होती हैं. उनमें दूसरों के कल्याण के लिए ज्यादा संवेदनशीलता होती है. अगर मैं अपना अनुभव साझा करूं तो मेरे पिता बहुत गुस्से वाले रहे हैं. कई बार मेरी पिटाई भी हुई, लेकिन मेरी मां बहुत करुणामयी थीं.’