सिडनी के बॉन्डी बीच पर फायरिंग करने वाले आतंकी पिछले महीने फिलीपींस की यात्रा पर गए थे. इस दौरान ये दोनों आतंकी कट्टरपंथी इस्लामी मौलानाओं से मिले थे. ऑस्ट्रेलियाई जांच एजेंसियां ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इन्हें वहां मिलिट्री ट्रेनिंग मिली थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक हमलावरों में से एक ने फिलीपींस जाने के लिए भारतीय पासपोर्ट का इस्तेमाल किया था.
साजिद अकरम (50) और उसके बेटे नवीद अकरम (24) ने ऑस्ट्रेलिया के बॉन्डी बीच पर हनुक्का मना रहे यहूदियों को निशाना बनाया. इन दोनों आतंकियों की फायरिंग में 15 लोगों की मौत हो गई, इनमें एक 10 साल की लड़की और एक 87 साल का आदमी शामिल था.
बीबीसी ने अपनी एक रिपोर्ट में फिलीपींस की राजधानी मनीला में अधिकारियों के हवाले से लिखा है कि, "उन्होंने 1 से 28 नवंबर के बीच फिलीपींस) की यात्रा की, ऐसी खबरें थीं कि वे 'मिलिट्री-स्टाइल ट्रेनिंग' लेने गए थे."
भारत के 'पासपोर्ट' पर फिलीपींस की यात्रा
BBC की रिपोर्ट में अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि "साजिद अकरम 50 साल के थे और भारतीय पासपोर्ट पर यात्रा कर रहे थे और उनका बेटा नवीद जो 24 साल का है ऑस्ट्रेलियाई पासपोर्ट का इस्तेमाल कर रहा था."
ब्लूमबर्ग न्यूज एजेंसी ने ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन के एक प्रवक्ता के हवाले से बताया कि साजिद अकरम पिछले महीने भारतीय पासपोर्ट पर ऑस्ट्रेलिया से फिलीपींस गया था. रॉयटर्स ने भी अधिकारियों के हवाले से बताया कि "पिता भारतीय पासपोर्ट पर यात्रा कर रहे था, जबकि बेटा ऑस्ट्रेलियाई पासपोर्ट पर था."
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार भारत के विदेश मंत्रालय से इस मामले पर टिप्पणी के लिए अनुरोध किया गया है.
यह भी पढ़ें: बॉन्डी शूटिंग: एक दूसरे की बाहों में तोड़ा दम… आतंकी साजिद की बंदूक छीनने वाले जोड़े बोरिस और सोफिया की कहानी
हालांकि सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स ने आरोप लगाया है कि साजिद अकरम का संबंध पाकिस्तान से है, लेकिन अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि साजिद को इंडियन पासपोर्ट कैसे मिला.
कट्टरपंथ का गढ़ है दक्षिणी फिलीपींस
फिलीपींस, खासकर इसका दक्षिणी हिस्सा कट्टरपंथी मौलवियों और इस्लामी आतंकवादी समूहों का गढ़ रहा है. यहां के कट्टरपंथी इस्लामी संगठनों ने ISIS के प्रति अपनी वफादारी दिखाई है.
ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन के अनुसार, आतंकी बाप-बेटे की जोड़ी "मिलिट्री-स्टाइल ट्रेनिंग" लेने के लिए फिलीपींस गई थी. वे नवंबर की शुरुआत में फिलीपींस पहुंचे थे.
फिलीपींस में मिलिटेंट ट्रेनिंग ली
एक सीनियर आतंकवाद विरोधी अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर ABC को बताया, "नवीद और साजिद अकरम फिर दक्षिणी फिलीपींस गए और वहां मिलिटेंट ट्रेनिंग ली."
यह भी पढ़ें: 'दुनिया से जाने का इससे अच्छा तरीका नहीं...', आतंकी को ईंट से मारने वाले शख्स को ऑस्ट्रेलिया ने किया सलाम
एबीसी रिपोर्ट के अनुसार जांचकर्ता अब इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या साजिद और नवीद अकरम किसी अंतरराष्ट्रीय जिहादी नेटवर्क से जुड़े थे.
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज़ ने कहा कि बॉन्डी बीच हमला "इस्लामिक स्टेट की विचारधारा" से प्रेरित था. हमले के तुरंत बाद पुलिस ने बीच के पास से नवीद के नाम पर रजिस्टर्ड एक गाड़ी से इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) के अलावा दो घर पर बने ISIS के झंडे बरामद किए.
ऑस्ट्रेलिया में जन्मे नवीद पर 2019 में ISIS से संदिग्ध संबंधों के लिए ऑस्ट्रेलियाई सुरक्षा एजेंसियों की नज़र थी, लेकिन कथित तौर पर उसे बिना निगरानी के छोड़ दिया गया था.