उत्तर प्रदेश एटीएस (ATS) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए ग्रेटर नोएडा के कासना इलाके से फरहान नबी सिद्दीकी नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. उस पर धार्मिक और विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता और वैमनस्यता फैलाने वाली किताबों का प्रकाशन करने का आरोप है.
विदेशी फंडिंग और अवैध प्रकाशन का रैकेट
यूपी एटीएस को सूचना मिली थी कि गौतम बुद्ध नगर के कासना में एक निजी कंपनी में ऐसी किताबों का प्रकाशन किया जा रहा है, जिनका उद्देश्य लोगों में धार्मिक उन्माद और वैमनस्य फैलाना है. साथ ही, इन गतिविधियों के लिए विदेश से हवाला और अन्य माध्यमों से पैसा मंगाया जा रहा था.
एटीएस की जांच में निम्नलिखित खुलासे हुए
कंपनियां: फरहान नबी सिद्दीकी, नासी तोर्बा और कुछ अन्य लोगों ने M/S Istanbul International Pvt Ltd., M/S Hakikat Vakfi Foundation, और M/S Real Global Express Logistic Pvt Ltd. नाम से कई कंपनियां खोली थीं.
प्रकाशन स्थल: Hakikat Printing Publication (पता: D-192, Site EPIP, कासना ग्रेटर नोएडा) से धार्मिक समूहों के बीच शत्रुता बढ़ाने वाली किताबें छापी जा रही थीं.
हवाला फंडिंग: इन कंपनियों में विदेश से हवाला समेत अन्य तरीकों से करोड़ों रुपये (लगभग ₹11 करोड़) मंगाए गए थे.
अवैध गतिविधियां: फरहान नबी सिद्दीकी पर आरोप है कि वह तुर्की और जर्मनी से आने वाले लोगों को बिना किसी सूचना के अपने यहां रुकवाता था. साथ ही, वह अवैध रूप से भारत आए बांग्लादेशियों को भी शरण देता था.
करोड़ों की संपत्ति खरीदी
जांच में पता चला कि फरहान नबी और नासी तोर्बा ने विदेश से प्राप्त करोड़ों रुपयों का उपयोग कर उत्तर प्रदेश के अमरोहा और पंजाब राज्य में मदरसा, मस्जिदों और अपनी कंपनियों के नाम पर जमीन खरीदी है.
इस मामले में, M/S Istanbul International Pvt Ltd के सह-निदेशक फरहान नबी सिद्दीकी को कासना, गौतम बुद्ध नगर से गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क और फंडिंग स्रोतों की गहन जांच कर रही है.