नोएडा पुलिस ने एक बड़े साइबर फ्रॉड रैकेट का भंडाफोड़ किया है, जो विदेशों में रह रहे भारतीय नागरिकों को निशाना बनाकर ओटीटी प्लेटफॉर्म्स की अवैध स्ट्रीमिंग बेचता था. थाना फेज-1 पुलिस ने कार्रवाई करते हुए महिला मास्टरमाइंड सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया है. ये आरोपी अलग-अलग ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के कंटेंट की अवैध कॉपी बनाकर उसे कम दाम में सब्सक्रिप्शन के तौर पर बेचते थे.
कैसे चलता था अवैध स्ट्रीमिंग का धंधा
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी एक विशेष सॉफ्टवेयर के जरिए ओटीटी प्लेटफॉर्म का कंटेंट एंड्रॉइड डिवाइस पर लाइव स्ट्रीमिंग की तरह दिखाते थे. शुरुआत में वे ग्राहकों को बहुत कम कीमत पर सब्सक्रिप्शन देते थे, लेकिन बाद में सब्सक्रिप्शन बंद कर रिन्यूअल के नाम पर बार-बार पैसे वसूला करते थे. हर कनेक्शन को 100 से 300 डॉलर में बेचा जाता था.
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छापेमारी में पुलिस ने 20 मोबाइल फोन, 5 CPU, 5 मॉनिटर, 1 लैपटॉप, 6 कीबोर्ड, 6 माउस, 6 हेडफोन, 1 IPTV बॉक्स, 2 एयरटेल एक्सट्रीम फाइबर राउटर और 3 मोहरें बरामद की हैं.
WEBBIZ SERVICES के नाम पर ठगी
पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे WEBBIZ SERVICES LLC नाम की एक फर्जी कंपनी के नाम पर यह धंधा चलाते थे. वे बिना किसी लाइसेंस के ओटीटी सामग्री को कैप्चर कर उसकी अवैध स्ट्रीमिंग कर देते थे, जिससे ग्राहकों को लगता था कि वे वैध सब्सक्रिप्शन ले रहे हैं. इस तरीके से बड़ी संख्या में NRI भारतीय ठगी का शिकार बने.
नोएडा पुलिस अब पूरे नेटवर्क की जांच में जुटी
डीसीपी नोएडा यमुना प्रसाद ने बताया कि आरोपियों ने सब्सक्रिप्शन री-रूट कर हजारों ग्राहकों को धोखा दिया है. पुलिस को उनके खातों में लाखों रुपये के ट्रांजेक्शन मिले हैं, जिन्हें सीज कर दिया गया है.
डीसीपी ने कहा कि पुलिस यह पता लगा रही है कि यह नेटवर्क कब से सक्रिय था और कुल कितने लोगों को ठगा गया. उन्होंने बताया कि साइबर फ्रॉड के इस नेटवर्क की जांच अब गहराई से की जा रही है.