
यूपी के मऊ जिले में सरकारी आदेश पर गांव के रास्ते में इंटरलॉकिंग लगवाने पहुंचे मधुबन तहसील के एसडीएम के साथ कुछ महिलाओं ने अभद्रता की. विवाद इतना बढ़ा कि महिलाओं ने पुलिस की मौजूदगी में एसडीएम राजेश कुमार अग्रवाल का कॉलर पकड़कर खींच दिया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें अपशब्द भी कहे जा रहे हैं. फ़िलहाल, पुलिस ने हस्तक्षेप कर एसडीएम को बचाया और निर्माण कार्य शुरू कराया.
निर्माण कार्य शुरू होते ही बवाल
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में साफ दिख रहा है कि पुलिस की मौजूदगी में कुछ महिलाएं एक व्यक्ति (एसडीएम) का कॉलर पकड़कर खींच रही हैं, और पुलिसकर्मी उन्हें बचा रहे हैं. यह वीडियो मऊ के काठतराव गांव का है. एसडीएम राजेश कुमार अग्रवाल पुलिस फोर्स के साथ सरकारी आदेश के बाद गांव के रास्ते पर इंटरलॉकिंग लगवाने पहुंचे थे. गांव के विजय शंकर तिवारी और उनके परिवार द्वारा इस कार्य का पहले से ही विरोध किया जा रहा था. कार्य शुरू होते ही महिलाओं ने बवाल शुरू कर दिया.

'कार्यपालक मजिस्ट्रेट पर हाथ उठाया, अब कार्रवाई होगी'
एसडीएम राजेश कुमार अग्रवाल ने बताया कि इंटरलॉकिंग कार्य करवाने के लिए उनके पास एडीएम और एसपी समेत सभी अधिकारियों का आदेश है. उन्होंने बताया कि महिलाओं ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया है और उनका कॉलर तक पकड़ लिया है. एसडीएम ने वायरल वीडियो में खुद भी एक महिला को अपने साथ हुए दुर्व्यवहार के बारे में बताते हुए कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है. एसडीएम ने कहा, "महिलाओं ने एक कार्यपालक मजिस्ट्रेट के ऊपर हाथ लगाया है, इसलिए इन पर समुचित धाराओं में मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई भी होगी."
पुलिस ने कराया मामला शांत
कॉलर पकड़े जाने की घटना के बाद वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने दौड़कर एसडीएम को महिलाओं से बचाया. विरोध कर रही महिलाओं और पुलिस के बीच हल्की बहस और धक्का-मुक्की भी हुई. घटना की सूचना मिलते ही मधुबन थाना प्रभारी अभय सिंह बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और उन्होंने किसी तरह मामले को शांत कराया. फिलहाल, पुलिस की मौजूदगी में निर्माण कार्य कराया जा रहा है.