उत्तर प्रदेश के आगरा में एक फर्जी पुलिस इंस्पेक्टर दबोचा गया है. वह पुलिस की वर्दी पहनकर लोगों को धौंस दिखा रहा था. इतना ही नहीं कभी-कभार तो वह वाहनों की चेकिंग भी करने लगता था. बीते चार साल से लोग उसे असली इंस्पेक्टर ही मान रहे थे. लेकिन अब उसकी पोल खुल गई है. फिलहाल, पुलिस ने उसे अरेस्ट कर लिया है. पकड़े जाने के बाद पुलिस के सामने वह डर के मारे कांप रहा था.
बताया जा रहा है कि आरोपी महज 5वीं पास है. कोरोना काल के टाइम उसने 4 हजार रुपये खर्च कर वर्दी सिलवाई थी. तभी से वह फर्जी पुलिस इंस्पेक्टर बनकर घूम रहा था. लेकिन बीते दिन जब अवैध रूप से चेकिंग लगाकर वाहनों को रोक रहा था तो किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी. मौके पर पहुंची आगरा पुलिस ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया.
पकड़े गए आरोपी का नाम देवेंद्र उर्फ राजू है. वह थाना न्यू आगरा इलाके के अबुल उलाह कट पर बावर्दी वाहनों की चेकिंग कर रहा था. साथ ही चेकिंग के दौरान वाहनों से अवैध वसूली कर अपनी जेब में रख रहा था. वाहनों की चेकिंग की जानकारी पुलिस को मिली. जिसपर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई.
उन्होंने पुलिस की वर्दी में अवैध वसूली करने वाले से पूछताछ की. हल्की सी पूछताछ में ही साफ हो गया कि इंस्पेक्टर फर्जी है. ऐसे में उसे पकड़कर थाने लाया गया और कड़ाई से पूछताछ की गई. पूछताछ में देवेंद्र की सारी पोल पट्टी खुल गई.पता चला कि वह आगरा के राजपुर चुंगी इलाके का रहने वाला है.
तलाशी के दौरान देवेंद्र के पास से 2 हजार रुपये बरामद हुए. इसे उसने एक वाहन चालक से वसूले थे. फिलहाल, आरोपी देवेंद्र के खिलाफ धोखाधड़ी और रंगदारी की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. उसके खिलाफ थाना हरी पर्वत में पहले से चोरी का मुकदमा भी दर्ज है.
वर्दी का दिखाता था धौंस
देवेंद्र ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान वह सड़कों पर वर्दी पहनकर निकलता था. वर्दी की वजह से उसे कोई रोकता-टोकता नहीं था. यह देख उसकी हिम्मत बढ़ गई और वह वर्दी पहनकर ऑटो और बस में फ्री में सफर करने लगा.
देवेंद्र ने पुलिस को यह भी बताया है कि वर्दी पहनकर वह जिस दुकान पर खरीदारी करने जाता था वहां पर उसे डिस्काउंट मिल जाता था. इन्हीं सब वजहों के बाद उसकी हिम्मत इतनी बढ़ गई कि वह वाहनों से अवैध तरीके से वसूली करने लगा. लेकिन अबकी बार देवेंद्र की कलई खुल गई और वह पकड़ा गया. अब देवेंद्र सलाखों के पीछे है और उसके फर्जीवाड़े का मुकदमा उसके ऊपर लग चुका है.
मामले में पुलिस उपायुक्त नगर सूरज कुमार राय ने बताया कि एक संदिग्ध व्यक्ति पकड़ा गया है. यह अवैध रूप से ऑटो चालकों की फोटो खींचकर उन्हें चालान का भय दिखाकर अवैध वसूली कर रहा था. उसने पुलिस की वर्दी पहन रखी. साथ ही इंस्पेक्टर रैंक के तीन स्टार लगा रखे थे.