यूपी में सहारनपुर पुलिस की नजर इस बार उस गुप्त डिलीवरी चेन पर पड़ी, जो बिहार से लेकर देहरादून तक नशे का इंतजाम बन चुकी थी. रविवार सुबह कोतवाली देहात पुलिस की टीम ने ढमोला नदी पुल के पास चेकिंग के दौरान एक ऐसे युवक को पकड़ लिया, जिसने खुद को सिर्फ डिलीवरी बॉय बताया. लेकिन उसके बैग से 14 किलो 180 ग्राम अवैध गांजा बरामद हुआ, जिसकी कीमत करीब 1.60 लाख रुपये आंकी गई. कागजों में वह एक मामूली व्यक्ति है, लेकिन उसकी गिरफ्तारी ने पुलिस को नशा कारोबार की उस कड़ी तक पहुंचा दिया जिसे अब तक सिर्फ अफवाह माना जा रहा था.
गिरफ्तार युवक पप्पू सहानी, दरभंगा (बिहार) के सिमरी क्षेत्र का रहने वाला है. पुलिस पूछताछ में उसने माना कि वह इस पूरे नेटवर्क का सिर्फ एक छोटा हिस्सा है. एक ऐसा हिस्सा जो हर डिलीवरी पर पांच हजार रुपये लेता है. उसका काम था बिहार से गांजा उठाना, ट्रेन से सहारनपुर पहुंचना और यहां से बस पकड़कर देहरादून में किसी ग्राहक तक माल पहुंचाना.
पप्पू के पास यह भी जानकारी थी कि उसे देहरादून में माल किसे देना है और वह किसके इशारे पर यह काम कर रहा था. पुलिस टीम अब उसी बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंक को खंगाल रही है, ताकि इस पूरे सिंडिकेट के असली सरगना तक पहुंचा जा सके.
क्षेत्राधिकारी नगर द्वितीय मनोज यादव ने बताया कि ऑपरेशन सवेरा 2.0 के तहत जनपद में नशा तस्करों के खिलाफ सख़्त अभियान चलाया जा रहा है और पप्पू की गिरफ्तारी इसी अभियान की एक महत्वपूर्ण सफलता है. उन्होंने कहा कि गिरफ्तार युवक दरभंगा से माल लाकर देहरादून में सप्लाई करता था और जिस व्यक्ति को यह खेप पहुंचाई जानी थी, उसकी पहचान भी हो चुकी है.
पुलिस टीम अब इस नेटवर्क के हर सदस्य पर कार्यवाही की तैयारी कर रही है. 14 किलो 180 ग्राम गांजा बरामद हुआ है, जिसकी कीमत लगभग 1 लाख 60 हजार रुपये है. यह गिरफ्तारी सिर्फ शुरुआत है, पूरी चेन जल्द ही कानून की पकड़ में होगी.
CO मनोज यादव ने बताया कि सहारनपुर पुलिस ने 'ऑपरेशन सवेरा 2.0' के तहत एक नशा तस्कर को गिरफ्तार किया है, जिसके पास से लगभग 14 किलो 180 ग्राम गांजा बरामद हुआ है. बरामद गांजे की कीमत ₹1,60,000 है. पूछताछ में पता चला कि यह तस्कर बिहार के दरभंगा का रहने वाला है. वह ट्रेन से सहारनपुर आकर, बस से देहरादून जाता था और वहीं गांजा सप्लाई करता था. पुलिस इस रैकेट के अन्य सदस्यों पर भी जल्द ही कार्रवाई करेगी.