समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश में BJP सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि राज्य में कस्टोडियल डेथ (हिरासत में मौत) के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. अखिलेश यादव का यह बयान तब आया जब सोमवार को संभल में एक व्यक्ति की पुलिस हिरासत में मौत का मामला सामने आया. मृतक इरफान (45) के परिवार ने पुलिस पर आरोप लगाया कि उन्होंने उसे समय पर जरूरी दवाएं लेने नहीं दीं, जिससे उसकी मौत हो गई. हालांकि, पुलिस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया कि इरफान को दवा लेने दी गई थी और पूरी घटना पुलिस चौकी में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हुई है.
अखिलेश यादव ने भाजपा को घेरा
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर हिंदी में पोस्ट करते हुए लिखा, 'भाजपा सरकार में उत्तर प्रदेश में 'हिरासत में मौतों' का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. हाल ही में संभल में एक व्यक्ति को घर से पूछताछ के नाम पर ले जाया गया और उसकी मौत से जनाक्रोश भड़क उठा. BJP सरकार अन्याय कर रही है और उसका अंतिम समय आ गया है.
क्या है पुलिस का पक्ष?
संभल के पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार ने बताया कि इरफान को चौकी प्रभारी ने दवा लेने की अनुमति दी थी और उसे पानी भी दिया गया था. उन्होंने दावा किया कि सीसीटीवी फुटेज में इरफान को दवा लेते हुए देखा जा सकता है. पुलिस के अनुसार, दवा लेने के बाद इरफान ने सीने में दर्द की शिकायत की और अचानक गिर पड़े. इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया. जहां उनके बेटे भी थे. पुलिस का कहना है कि इरफान की मौत अस्पताल में कार्डियक अरेस्ट के कारण हुई हो सकती है.
परिवार का आरोप
इरफान की पत्नी रेशमा ने आरोप लगाया कि पांच पुलिसकर्मियों ने उनके पति को गिरफ्तार किया था और पुलिस चौकी में उन्हें दवा लेने की अनुमति नहीं दी गई. सपा प्रमुख ने इस घटना को BJP सरकार की असफलता बताते हुए इसे जनता के साथ अन्याय बताया है.