दुनिया का सबसे बड़ा प्लेन 'स्ट्रैटोलॉन्च' अपनी पहली ऐतिहासिक उड़ान के करीब
पहुंच गया है. बोइंग 747 से भी बड़ा यह प्लेन इस गर्मी उड़ान भर सकता है.
माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के सह संस्थापक पॉल एलन ने इस वर्ष जून में यह प्लेन
दुनिया का सामने पेश किया था. इस विमान को 'Roc’ नाम से भी जाना जाता है.
एलन की ऐरोस्पेस कंपनी स्ट्रैटोलॉन्च सिस्टम्स ने ही इस विमान को बनाया है.
कैलिफोर्निया के मोजेव में मौजूद हैंगर में ये प्लेन एयरक्राफ्ट पहली बार
नजर आया है.
इस विमान को विशेष योजना के तहत तैयार किया गया है. स्ट्रैटोलॉन्च एक
एयरक्राफ्ट है, जिसे दो हिस्सों में बंटे एयक्राफ्ट की बॉडी के बीच रॉकेट
ले जाने के लिहाज से डिजाइन किया गया है. 35 हजार फीट की ऊंचाई पर यह रॉकेट
को लॉन्च करेंगे.
इससे रॉकेट कम ईंधन खपत से अंतरिक्ष में आसानी से चला जाएगा. इस प्लेन को 4 पायलट उड़ाएंगे.
हवा में जब इस विमान के विंग पूरे खुलेंगे तो वे फुटबॉल मैदान से भी बड़े हो जाएंगे. इसके विंगस्पैन की लंबाई करीब 385 फीट है.
2011 में शुरुआती तौर पर इसकी अनुमानित लागत 300 मिलियन डॉलर बताई गई थी.
अभी इसके दो परीक्षण हुए हैं, तीन और परीक्षण के बाद ये विमान उड़ान भरने
के लिए तैयार होगा.
28 पहियों वाले इस प्लेन में 6 इंजन लगे हैं, जो सभी बोइंग 747 एयरक्राफ्ट बराबर हैं. दो कॉकपिट वाले इस प्लेन की ऊंचाई 50 फीट है.
इस एयरक्राफ्ट का वजन सवा दो लाख किलो है. इसे 1.3 मिलियन पाउंड यानि यानि 6 लाख किलो तक वजन के साथ उड़ान भरने के लिहाज से तैयार किया गया है.
स्ट्रैटोलॉन्च पिछले साल ही अमेरिकी एरोस्पेस कम्पनी ऑर्बिटल एटीके के साथ साझेदारी कर चुकी है. इस विमान से संभवत ऑर्बिटल के पेगसस एक्सएल रॉकेट को लॉन्च किया जायेगा.