पुणे के मगरपट्टा में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को एमएनसी कंपनी ने नौकरी से केवल इसलिए निकाल दिया क्योंकि वह नमाज के बाद सिर पर रुमाल बांधकर ऑफिस पहुंचा था.
पुणे मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, इंजीनियर का नाम अमन खान है. वह पुणे स्थित कनाडा की कंपनी में नौकरी करता था. उसका आरोप है कि शुक्रवार को वह नमाज के लिए मस्जिद गया. फिर ऑफिस लौटने के बाद उसने अपने सिर पर बंधे रुमाल को निकालना भूल गया और काम करने लगा.
फिर मैनेजर किशोर कोटेचा ने केबिन में बुलाया और धार्मिक रीति-रिवाजों को लेकर उसकी निंदा की. अमन ने मैनेजर के रवैये की शिकायत एचआर से की तो मामले पर संज्ञान लेने के बजाय उसे ऑफिस से टर्मिनेट कर दिया गया.
कोई रास्ता ना बचने पर अमन ने श्रम विभाग के डेप्युटी कमिश्नर के साथ मिलकर कंपनी के खिलाफ धार्मिक और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया और शिकायत दर्ज कराई.
अपनी शिकायत में अमन ने बताया कि वह कनाडा की कंपनी एक्सफो में टेक लीडर के रूप में काम करता था. 6 अप्रैल को वह जुमे की नमाज पढ़ने मस्जिद गए थे. जब वह लौटकर आए तो सिर से रूमाल हटाना भूल गए और काम करने लगे. अमन ने कहा, ' मैनेजर ने धार्मिक मुद्दे पर बोलना जारी रखा और मेरे पहनावे और धार्मिक रीति-रिवाज पर टिप्पणी करने लगे.'
वहीं, इस मुद्दे पर एक्सफो की ओर से कृष्ण मूर्ति ने कहा, 'एक्सफो अपने सभी कर्मचारियों के बीच समानता रखता है, उन्हें धार्मिक मूल्यों का पालन करने की आजादी है. हम किसी तरह का भेदभाव सहन नहीं करते.'
मामले को देख रहे अपर श्रम आयुक्त निखिल वाल्के ने बताया कि हम इस मामले की जांच कर रहे हैं. कंपनी को 29 जून को मीटिंग के लिए बुलाया है. दोषी पाए जाने पर कार्रवाई होगी.