एक जनवरी को जेट एयरवेज की लंदन-मुंबई उड़ान के बीच आपस में भिड़े पायलट्स के बीच रिश्ते पहले से खराब थे. सूत्रों के मुताबिक इस जोड़ी के बीच लंबे से मतभेद चल रहे थे.
गौरतलब है कि दोनों ही पायलट कैप्टन हैं. इन पति-पत्नी की लड़ाई के गवाह बने 324 लोग, जो उस समय प्लेन में मौजूद थे.
लड़ाई का पता पहली बार तब चला जब महिला पायलट कॉकपिट से बाहर आ गईं. वो रो रही थीं. जब क्रू ने ये देखा तो उनके होश फाख्ता हो गए. सभी ने उन्हें मनाने की कोशिश की. खबरें आईं कि उनके सहकर्मी पति और को पायलट ने उन्हें थप्पड़ मारा है.
पर तुरंत ही मेल पायलट भी बाहर आ गए. वे महिला को मनाकर कॉकपिट में ले जाने की कोशिश कर रहे थे. इस समय प्लेन ऑटो पायलट मोड पर था.
पत्नी ने बात मानी और कॉकपिट में चली गईं. क्रू को लगा सब ठीक है. पर कुछ देर बाद ही फिर से वो कॉकपिट से बाहर आईं और रोने लगीं. फिर से मेल पायलट उनके पीछे आ गए. इस दौरान कॉकपिट में केवल केबिन क्रू था और प्लेन ऑटो पायलट मोड पर था.
इस दौरान बड़ा हादसा हो सकता था. क्योंकि दोनों पायलट कॉकपिट के बाहर थे. खास बात ये है कि जब ये लड़ाई हुई तो प्लेन ईरान और पाकिस्तान के बीच से गुजर रहा था. अब मेल पायलट का लाइसेंस कैंसिल कर दिया गया है. वरिष्ठ नेता किरीट सोमैया ने गजपति राजू से इस घटना की लिखित शिकायत की है और इन पायलट्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई है.
मामले में जेट एयरवेज ने कहा है कि एक जनवरी 2018 को लंदन से मुंबई आ रही फ्लाइट 9W119 के पायलट और सह-पायलट के बीच गलतफहमी की वजह से विवाद हुआ था. हालांकि इसको जल्द ही सुलझा लिया गया. विमान में चालक दल के 14 सदस्य समेत 324 लोग सवार थे.