शि योमी (Shi Yomi), अरुणाचल प्रदेश राज्य का एक जिला है (District of Arunachal Pradesh). शि-योमी जिला 9 दिसंबर 2018 को पश्चिम सियांग जिले को विभाजित करके बनाया गया था (Formation of Shi Yomi). इसकी सीमा चीन के साथ उत्तरी क्षेत्रों से और शेष दक्षिणी क्षेत्र पश्चिम सियांग जिले से लगती हैं. जिले का मुख्यालय टाटो (Tato) में है.
मेचुका और मोनिगोंग के बाद, मैकमोहन रेखा भारतीय क्षेत्र और चीनी क्षेत्र को अलग करती है. शि योमी जिला में आदि, बोकार, लिबो, रामो, टैगिन और मेम्बा जनजातियां रहती है. घाटी में प्रचलित धर्मों में डोनी पोलो, तिब्बती बौद्ध धर्म और ईसाई धर्म शामिल हैं. अनुसूचित जनजातियों की आबादी लगभग 12,202 है (Shi Yomi Tribes Population).
2011 की जनगणना के समय, 71.83% आबादी आदि, 17.33% भोटिया, 3.77% टैगिन, 2.17% मोनपा और 2.08% हिंदी अपनी पहली भाषा बोलती है.साथ ही, शि-योमी जिले में आदि, बोकार, लिबो, रामो, टैगिन और मेम्बा भी बोली जाती है (Shi Yomi Languages).
जिले को चार प्रशासनिक इकाइयों में विभाजित किया गया था, जिनमें मेचुका, तातो, पिडी और मनिगोंग शामिल है. मेचुका अरुणाचल पूर्व लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है (Shi Yomi Constituency).
शि योमी जिले का मेचुका अपनी प्राकृतिक सुंदरता, विदेशी जनजातियों, पहाड़ियों, बर्फ से ढ़के पहाड़ों और सिओम नदी के कारण अरुणाचल प्रदेश के लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है. मेचुका से होकर बहने वाली सियोम नदी भी घाटी को एक मनोरम दृश्य प्रदान करती है. यहां का प्रमुख पर्यटक आकर्षण में पहाड़ी की चोटी पर नेह पेमाशुबु में स्थित 400 साल पुराना समतेन योंगचा मठ भी है (Shi Yomi Tourism).