पीके मिश्रा (प्रमोद कुमार मिश्रा, PK Mishra) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव (Principal Secretary to PM Modi) के रूप में फिर से नियुक्त किया गया है. उनकी नियुक्ति 10 जून 2024 से प्रभावी है. पी के मिश्रा गुजरात कैडर से पूर्व आईएएस अधिकारी हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 11 सितंबर 2019 को पीके मिश्रा को प्रधान सचिव नियुक्त किया था.
मिश्रा ने भारत और गुजरात दोनों सरकारों के लिए विभिन्न प्रमुख पदों पर कार्य किया है, जैसे अतिरिक्त मुख्य सचिव (राजस्व) (Additional Chief Secretary, Revenue), प्रमुख सचिव (कृषि और सहकारिता)( Principal Secretary, Agriculture and Cooperation), गुजरात के मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव (Principal Secretary to the CM of Gujarat), गुजरात बिजली बोर्ड के सदस्य (Member of the Gujarat Electricity Board ). साथ ही, गुजरात सरकार में मेहसाणा और बनासकांठा जिलों के जिला मजिस्ट्रेट (District Magistrate) और कलेक्टर (Collector), केंद्रीय कृषि सचिव (Union Agriculture Secretary), गृह मंत्रालय में विशेष सचिव, शहरी विकास मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र योजना बोर्ड के सदस्य सचिव (Member Secretary of National Capital Region Planning Board in the Government of India) के रूप में भी काम किया है.
भारतीय प्रशासनिक सेवा से उनकी सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें गुजरात के मुख्यमंत्री द्वारा गुजरात विद्युत नियामक आयोग का अध्यक्ष (Chairman of Gujarat Electricity Regulatory Commission ) नियुक्त किया गया था. अतिरिक्त प्रधान सचिव के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, मिश्रा को भारत के सर्वश्रेष्ठ नौकरशाहों (Best Bureaucrat) में से एक माना जाता है.
इनका जन्म 11 अगस्त 1948 को () हुआ था और उनके पास अर्थशास्त्र में पीएचडी (Ph.D in Economics) की है. उन्होंने दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (Delhi School of Economics) से विकास अर्थशास्त्र में ग्रेजुएशन भी की है.
डॉ. मिश्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन के मंत्र से प्रेरित विकसित भारत@2047 के विजन के तहत भारत साहस और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है. उन्होंने भारत के 100 से अधिक यूनिकॉर्न और 1.9 लाख स्टार्टअप के साथ दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बनने पर भी प्रकाश डाला.