पिटबुल (Pitbull) डॉग एक ऐसा नाम है जो अक्सर विवादों और डर के साथ जोड़ा जाता है. पिटबुल एक बेहद वफादार, मजबूत नस्ल है.
"पिटबुल" के भी कई नस्ल हैं जिनमें अमेरिकन पिटबुल टेरियर, अमेरिकन स्टैफ़ोर्डशायर टेरियर, स्टैफ़ोर्डशायर बुल टेरियर और अमेरिकन बुली शामिल है.
इनका इतिहास 19वीं सदी के इंग्लैंड से शुरू होता है, जब बुल और टेरियर नस्लों को मिलाकर एक मजबूत, चपल और बहादुर कुत्ता तैयार किया गया. इनका उपयोग पहले बुल-फाइटिंग और डॉग-फाइटिंग के लिए होता था, जिससे इनकी आक्रामक छवि बनी.
पिटबुल को कई देशों में खतरनाक नस्ल मानकर प्रतिबंधित कर दिया गया है. वैसे कई एक्सपर्ट का कहना है कि किसी भी कुत्ते का व्यवहार उसके पालन-पोषण, वातावरण और ट्रेनिंग पर निर्भर करता है. कई अध्ययनों से यह साबित हुआ है कि पिटबुल नस्ल उतनी ही दोस्ताना हो सकती है जितनी कोई और नस्ल.
इनकी ट्रेनिंग कम उम्र से शुरू हो जानी चाहिए. सोशलाइजेशन और पॉज़िटिव रिइंफोर्समेंट जरूरी है. हर दिन लंबी सैर और खेलने का समय देना चाहिए. इसे प्रोटीन और ऊर्जा से भरपूर संतुलित आहार देना जरूरी होता है. साथ ही, हिप डिसप्लेसिया, एलर्जी और हृदय से जुड़ी बीमारियों की नियमित जांच जरूरी है.
क्या आप जानते हैं कि किन नस्ल के कुत्तों को पालने पर बैन है? जानते हैं हर राज्य के हिसाब से नियम...
मुंबई के मानखुर्द में एक शख्स ने 11 साल के बच्चे को पिटबुल कुत्ते से डराकर हमला करवाया, जिससे बच्चा बुरी तरह घायल हो गया। घटना का वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें लोग मदद की बजाय हंसते दिखे. पुलिस ने आरोपी सोहेल खान पर केस दर्ज किया है, वह अभी फरार है. इस घटना ने समाज की संवेदनहीनता उजागर की है.