नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती (Netaji Subhas Chandra Bose Jayanti) के दिन को आधिकारिक तौर पर 'पराक्रम दिवस' का रूप दिया गया है (Parakram Diwas). भारतीय स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र के जन्मदिन 23 जनवरी (23 January) पर हर साल पराक्रम दिवस मनाया जाता है. उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. वह भारतीय राष्ट्रीय सेना (Indian National Army) आजाद हिंद फौज (Azad Hind Fouj) के प्रमुख थे. वह आजाद हिंद सरकार के संस्थापक-प्रमुख भी थे. नेताजी जयंती को उनकी 124वीं जयंती पर 2021 में पहली बार पराक्रम दिवस के रूप में मनाया गया था (First Parakram Diwas).
सुभाष चंद्र बोस के परिवार (Subhas Candra Bose Family) के सदस्यों ने भारत सरकार से नेताजी जयंती को 'देशप्रेम दिवस' घोषित करने की मांग की, तो वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee ) ने इसे 'देशनायक दिवस' का रूप देना चाह रही थी, साथ ही, राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की मांग भी की. लेकिन 19 जनवरी 2021 को सरकार ने घोषणा की है कि इसे हर साल 'पराक्रम दिवस' के रूप में मनाया जाएगा.
नेताजी सुभाष चंद्र बोस के परिवार के सदस्यों, सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और पश्चिम बंगाल में वाम दलों ने 23 जनवरी को आइकन की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने के केंद्र के फैसले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी.