मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी
मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी (Maulana Azad National Urdu University) भारत के तेलंगाना राज्य के हैदराबाद में स्थित एक सेंट्रल यूनिवर्सिटी है. इसका नाम भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद (Indian first Education Minister Maulana Abul Kalam Azad) पर रखा गया था. 2015 में आंध्र प्रदेश के कुरनूल शहर में दूसरा विश्वविद्यालय बनने तक यह भारत का एकमात्र उर्दू विश्वविद्यालय था. फिरोज बख्त अहमद को 17 मई 2018 को मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय का चांसलर नियुक्त किया गया था.
विश्वविद्यालय मौलाना आजाद पुस्तकालय की स्थापना 1998 में किया गया था. पुस्तकालय में उर्दू, अंग्रेजी, तेलुगु और हिंदी के 13 समाचार पत्रों के अलावा उर्दू में 27, अंग्रेजी में 129, हिंदी में नौ और 40 लोकप्रिय पत्रिकाओं की सदस्यता है. उर्दू भाषा, साहित्य और संस्कृति केंद्र विश्वविद्यालय से जुड़ा हुआ है (Maulana Azad National Urdu University Library). मौलाना आजाद उर्दू विश्वविद्यालय में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने पहला मोहम्मद कुली कुतुब शाह स्मारक पर व्याख्यान दिया था.
इस विश्वविद्यालय का लखनऊ में एक छोटा कैंपस और श्रीनगर (जम्मू और कश्मीर) में एक बड़ा कैंपस है. भोपाल, दरभंगा, श्रीनगर, औरंगाबाद, संभल, आसनसोल, नूंह, बीदर में शिक्षक शिक्षा के कॉलेज हैं जो स्कूल ऑफ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग के माध्यम से विश्वविद्यालय से जुड़ा हुआ है. विश्वविद्यालय बेंगलुरु, दरभंगा, हैदराबाद और कटक में चार पॉलिटेक्निक कॉलेज भी चलाता है साथ ही बेंगलुरु, दरभंगा, हैदराबाद और कटक में चार आईटीआई और दरभंगा, हैदराबाद और नूंह (मीवात) में तीन उर्दू मॉडल स्कूल हैं (Maulana Azad National Urdu University Campuses).
आज ही के दिन वर्ष 1854 में भारत की पहली Cotton Mill की स्थापना हुई थी और इस Mill को Bombay Spinning and Weaving Mill के नाम से जाना जाता था. साथ ही स्वतंत्र भारत के पहले शिक्षा मंत्री अबुल कलाम आजाद का निधन आज ही के दिन 1958 में हुआ था. सुधीर चौधरी बता रहे हैं आज का इतिहास.