मधुकर पारेख
मधुकर बलवंत्रे पारेख (Madhukar Balvantray Parekh) एक भारतीय उद्यमी है (Businessman). वह पिडिलाइट इंडस्ट्रीज (Pidilite Industries) के अध्यक्ष हैं, जो एडहेसिव्स और सीलेंट, कंस्ट्रक्शन केमिकल्स, हॉबी कलर्स में अग्रणी कंपनियों में से एक है. 2019 तक 7.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर की संपत्ति के साथ मधुकर 16वें सबसे अमीर भारतीय हैं. पारेख एक्सेल इंडस्ट्रीज लिमिटेड के एक स्वतंत्र गैर कार्यकारी निदेशक, विनील केमिकल्स इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के रूप में कार्य करते हैं. वह पिडिलाइट इंडस्ट्रीज और विनील केमिकल्स इंडिया लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक के रूप में भी कार्य करते हैं (Madhukar Parekh, Chairman Pidilite Industries).
वह बलवंत पारेख (Balvant Parekh) के बेटे हैं ((Madhukar Parekh Father), जिन्होंने 1959 में पिडिलाइट इंडस्ट्रीज की स्थापना की थी (Foundation of Pidilite Industries). पारेख ने IIT JEE परीक्षा में रैंक 4 हासिल किया था. मधुकर ने 1969 में यूनिवर्सिटी ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी ऑफ मुंबई यूनिवर्सिटी से केमिकल इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की है. युनाइटेड स्टेट्स के विस्कॉन्सिन यूनिवर्सिटी से केमिकल इंजीनियरिंग में मास्टर्स भी किया है. उन्होंने मास्टर डिग्री के बाद एबॉट लेबोरेटरीज यूएसए में प्रवेश लिया (Madhukar Parekh Education).
मधुकर पारेख 1971 में पारिवारिक व्यवसाय पिडिलाइट इंडस्ट्रीज में शामिल हो गए. उन्हें बिजनेस टुडे ने 2012 में भारत शीर्ष 25 बिजनेस लीडर्स 13वां स्थान दिया. पारेख को केमटेक बिजनेस लीडर ऑफ द ईयर 2013 अवॉर्ड और ईवाई एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर - उपभोक्ता उत्पाद 2014 का अवॉर्ड मिल चुका है (Madhukar Parekh Awards).