कवासी लखमा (Kawasi Lakhma) छत्तीसगढ़ के पूर्व कैबिनेट मंत्री हैं. वह कोंटा से लगातार पांच बार विधान सभा सदस्य (एमएलए) के रूप में भी चुने गए. वह 2013 में दरभा घाटी में हुए नक्सली हमले में जीवित बचे लोगों में से एक थे. कवासी लखमा छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के कोंटा तहसील के सोनाकुकनुर पोस्ट के नगरास गांव से हैं, जो बस्तर क्षेत्र का एक हिस्सा है.
कवासी लखमा, एक आदिवासी नेता हैं और उनको छत्तीसगढ़ राज्य के कोंटा निर्वाचन क्षेत्र से विधायक (2008 में निर्वाचित) चुना गया था और वह इससे पहले 2003 में भारी अंतर के साथ चुने गए थे. उनका निर्वाचन क्षेत्र नक्सल प्रभावित क्षेत्र है और वह नक्सलियों से उनकी मूल भाषा में बातचीत करने में सक्षम हैं.