फल्गु नदी (Falgu River) बिहार (Bihar) राज्य में बहने वाली एक पवित्र और ऐतिहासिक नदी है. यह मुख्य रूप से गया जिले से होकर बहती है. हिंदू धर्म में इसका बहुत धार्मिक महत्व है. इसे विशेष रूप से पिंडदान के लिए जाना जाता है, जो गया (Gaya) में किया जाने वाला एक महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठान है. फल्गु नदी भारतीय संस्कृति और धर्म में आस्था का प्रतीक है और यह इतिहास, परंपरा, और भूगोल का सुंदर संगम प्रस्तुत करती है.
गया में विष्णुपद मंदिर इसके फल्गु नदी के किनारे स्थित है, जो इस नदी को और भी पवित्र बनाता है. हिंदू मान्यता के अनुसार, यह नदी स्वयं माता सीता और भगवान राम से जुड़ी हुई है. कहा जाता है कि सीता ने अपने पिता राजा दशरथ के लिए इस नदी के तट पर पिंडदान किया था. हर साल हजारों श्रद्धालु गया आते हैं और इस नदी के किनारे पिंडदान करके अपने पूर्वजों को मोक्ष प्रदान करने की कामना करते हैं.
फल्गु नदी अपने अनोखे स्वरूप के लिए जानी जाती है. यह नदी अधिकांश समय सूखी रहती है. इसके तल में रेत की मोटी परत होती है. लेकिन इसके नीचे पानी का प्रवाह लगातार बना रहता है. स्थानीय लोग इस रेत को हटाकर पानी निकालते हैं.