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सेरेब्रल पाल्सी

सेरेब्रल पाल्सी

सेरेब्रल पाल्सी

सेरेब्रल पाल्सी  

सेरेब्रल पाल्सी (Cerebral Palsy) गति संबंधी विकारों का एक समूह है, जिससे मस्तिष्क और मांसपेशियों से जुड़ी समस्या होती है (Movement Disorders that Appear in Early Childhood). यह बीमारी बचपन में ही सामने आ जाती है. इस बीमारी से बच्चों में कोऑर्डिनेशन की खराबी, कमजोर मांसपेशियां, कंपकंपी, संवेदना, दृष्टि, सुनने और बोलने में समस्या हो सकती है. अक्सर, सेरेब्रल पाल्सी वाले बच्चे अपनी उम्र के अन्य बच्चों की तरह जल्दी लुढ़कते, बैठते, रेंगते या चलते नहीं हैं (Signs of Cerebral palsy). 

यह बीमारी मस्तिष्क में चोट लगने के कारण होती है. शिशुओं में या चार साल से कम उम्र के बच्चों में यह बीमारी देखने को मिलती है. ये बीमारी संक्रामक नहीं होती है. यह मस्तिष्क में हुई किसी दिक्कत या चोट के कारण होती है जो आमतौर पर जन्म से पहले,जन्म के दौरान या उसके तुरंत बाद हो सकती है. 

सेरेब्रल पाल्सी के संभावित कारणों में ये शामिल हैं (Causes of Cerebral palsy) –
गर्भावस्था की शुरुआत में संक्रमण जो विकासशील भ्रूण को प्रभावित करते हैं. भ्रूण के विकासशील मस्तिष्क को रक्त की आपूर्ति सही से ना हो पाना. प्रेगनेंसी के दौरान बच्चे के दिमाग में रक्तस्राव. भ्रूण को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन ना मिल पाना. मोटर वाहन दुर्घटना में या गिरने से शिशु के सिर में चोट लगना. गर्भ में पल रहे शिशु के दिमाग के आसपास सूजन होना. 

सेरेब्रल पाल्सी के लक्षण (Symptoms of Cerebral palsy)

इस बीमारी के लक्षणों में शामिल हैं – मांसपेशियों में खिंचाव होना. मांसपेशियों में सिकुड़न होना. शरीर का एक हिस्सा दूसरे के मुकाबले कम उपयोग कर पाना. खाना खाने या निगलने में तकलीफ होना. बोलने में कठिनाई या शब्द काफी मुश्किल से निकल पाना. अत्यधिक लार का आना. घुटनों को अंदर की तरफ मोड़कर चलना. चलने में कठिनाई होना. मांसपेशियों में संतुलन की कमी.

अधिकतर मामलों में सेरेब्रल पाल्सी को रोका नहीं जा सकता है लेकिन इसका पता लगाकर इस बीमारी के खतरे को कम किया जा सकता है (Preventions for Cerebral palsy). ऐसे में कुछ कदम उठाकर इस बीमारी की जटिलताओं को कम किया जा सकता है. बच्चे को सेरेब्रल पाल्सी के खतरे से बचाने के लिए मां का स्वस्थ रहना काफी जरूरी होता है. गर्भावस्था के दौरान महिलाओं का अपने खानपान का खास ख्याल रखते हुए खुश रहना चाहिए. गर्भावस्था क दौरान महिलाओं को कई तरह के टीके लगाए जाते हैं जो उनके और होने वाले बच्चे की सेहत के लिए काफी महत्वपूर्ण माने जाते हैं (Preventions for Pregnant Women ).


 

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