बलवान पूनिया (Balwan Poonia) राजस्थान के एक राजनीतिज्ञ और किसान कार्यकर्ता हैं. वह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (CPI (M)) के सदस्य के रूप में भद्रा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाली 15वीं राजस्थान विधान सभा के निर्वाचित सदस्य भी हैं. पूनिया अखिल भारतीय किसान सभा की राजस्थान इकाई के संयुक्त सचिव हैं और राज्य में किसानों के आंदोलनों में सबसे आगे रहे हैं. पूनिया 2019 के भारतीय आम चुनावों में चुरू लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए सीपीआई (एम) के उम्मीदवार थे.
वह कम बिजली दरों, फसलों के लिए उचित मूल्य, कर्ज, राहत, सिंचाई में निवेश, साथ ही किसानों के लिए बीमा और पेंशन के लिए लड़ाई में शामिल रहे हैं. 2018 में, पूनिया ने हनुमानगढ़ जिले के चैन बारी गांव में भारतीय स्टेट बैंक द्वारा किसानों से वसूले जाने वाले अत्यधिक ब्याज के खिलाफ 58 दिनों की लड़ाई का नेतृत्व किया था. जिसके फलस्वरूप किसानों को 16,52,000 रुपये वापस किये जा रहे हैं.
2020 में, सीपीआई (एम) ने अपने विधायक बलवान पूनिया को एक साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया है. पार्टी ने अनुशासन तोड़ने के लिए निलंबन की कार्रवाई की है. यह जानकारी सीपीआई(एम) प्रदेश सचिव अमराराम ने दी. उन्होंने कहा कि राज्य सचिवालय की बैठक में यह निर्णय लिया गया. अमराराम ने बताया कि राज्यसभा चुनाव में पूनिया द्वारा पार्टी का अनुशासन तोड़ा गया, जिसमें उन्हें पार्टी के निर्णय के विपरीत कार्य करने का दोषी माना गया है. इसके चलते बलवान पूनिया की पार्टी सदस्यता एक साल के लिए निलंबित करने का फैसला लिया गया है. साथ ही बलवान पूनिया को कारण बताओ नोटिस भी दिया गया.