ऑरोरा बोरियालिस
ऑरोरा बोरियालिस (Aurora Borealis), प्रकाश की एक सुंदर तरंगें हैं जो डांस करती हुई प्रतीत होती है. इन तरंगों ने सदियों से लोगों को मोहित किया है. लेकिन इस अचंभित कर देने वाली तरंगे एक हिंसक घटना होती है.
वैज्ञानिको के अनुसार सौर हवा (Solar Wind) के कारण मैग्नेटोस्फीयर (Magnetosphere) में गड़बड़ी की वजह से ऑरोरा उत्पन्न होता है. कोरोनल होल (Coronal holes) और कोरोनल मास (Coronal Mass) इजेक्शन से सौर हवा की गति में वृद्धि होने से यह गड़बड़ी होती है. ये गड़बड़ी मैग्नेटोस्फेरिक प्लाज्मा में आवेशित कणों के प्रक्षेपवक्र को बदल देती है. ये कण, मुख्य रूप से इलेक्ट्रॉन (Electrons) और प्रोटॉन (Protons) होते जो ऊपरी वायुमंडल (thermosphere/exosphere) में शामिल हो जाते हैं. वायुमंडलीय घटकों के परिणामस्वरूप आयोनाइजेशन (आयनीकरण) और एक्साइटेशन (उत्तेजना) अलग-अलग रंग और रोशनी का उत्सर्जन करती है. दोनों ध्रुवीय क्षेत्रों के चारों ओर बैंड के भीतर होने वाले ऑरोरा का रूप, अवक्षेपण कणों को दिए गए त्वरण की मात्रा पर भी निर्भर करता है.
सूर्य से सक्रिय कण (sun slam) 45 मिलियन मील प्रति घंटे (72 मिलियन किलोमीटर प्रति घंटे) की गति से पृथ्वी के ऊपरी वायुमंडल से टकराते हैं, लेकिन हमारे ग्रह का चुंबकीय क्षेत्र इस हमले से बचाता है (Magnetic Field Protects us).